बक्सर खबर। विभाग के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार झा गुरुवार को निरीक्षण के लिए डुमरांव पहुंचे। उन्होंने सुबह दस बजे राज हाई स्कूल डुमरांव को चेक किया। प्रधानाध्यापक से उपस्थिति बही लेकर जांच शुरू की। लगभग दस से बारह लोग अनुपस्थित मिले। उन्होंने सभी के नाम के स्थान के आगे निशान लगा दिया। अभी वे विद्यालय में ही मौजूद थे। इस बीच कुछ शिक्षक पहुंच गए। उन्होंने कार्यालय में जाकर उपस्थिति पंजी मांगी। लेकिन, वहां मौजूद शिक्षा पदाधिकारी ने सबको मना कर दिया। बस क्या था, शिक्षक अपने पदाधिकारी से भीड़ गए। उनके साथ बदसलूकी हुई। जिसकी शिकायत उन्होंने फोन के द्वारा डुमरांव एसडीओ से की। बात डीएम तक पहुंची। दूसरी तरफ माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक गिरीवर दयाल को भी मेल कर डीईओ ने यह जानकारी भेज दी। उनके साथ राज हाई स्कूल में क्या हुआ।
रिपोर्ट में कहा गया है। 42 शिक्षक व कर्मचारियों में दस से अधिक लोग अनुपस्थित मिले। पूछने पर प्रधानाध्यापक राज रोशन ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया। विभाग ने इस मामले में हेडमास्टर को दोषी मानते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। इस संबंध में पूछने पर शिक्षक, प्रधानाध्यापक व डुमरांव एसडीओ हरेन्द्र राम आदि ने स्वीकार किया कि आज हाई स्कूल में विवाद हुआ। लेकिन, शिक्षक इस आरोप को गलत बताए कि हम लोग दस बजे के बाद पहुंचें। उनका कहना था, डीइओ 9:30 बजे विद्यालय पहुंच गए। हम लोग दस बजे के लगभग आए। जिस पर उन्होंने सभी को हस्ताक्षर बनाने से मना कर दिया। लेकिन, डीईओ की माने तो वे 10:10 में विद्यालय पहुंचे थे। जो शिक्षक बाद में उपस्थित हुए। वे ग्यारह बजे के लगभग आए थे। विभाग ने इस को गंभीर आरोप मानते हुए प्रधानाध्यापक को फिलहाल निलंबित कर दिया है। शिक्षकों पर क्या कार्रवाई होगी। यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन, एक बात तय है। अगर शिक्षक समय से विद्यालय नहीं पहुंचे। तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। शिक्षा विभाग ने इसकी पहल शुरू कर दी है।