-प्रशासन का दावा, किया जा चुका है ब्याज सहित भुगतान
बक्सर खबर। चौसा में बनने वाले विद्युत ताप संयत्र के निर्माण को लेकर पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक दखलंदाजी हो रही है। स्थानीय किसानों को एकत्र कर कुछ लोग उन्हें उकसा रहे हैं। इस वजह से काम बाधित हो रहा है। ऐसा कहना है प्रशासन का। जिला भू अर्जन पदाधिकारी द्वारा जारी प्रेस बयान में बताया गया है कि जो लोग काम में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। उन्हें पहले ही मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है। अगर प्रशासन द्वारा जारी सूचना का जिक्र करें तो तीन किश्तो में रुपये का भुगतान हुआ।
पहली बार 2011 से 13 के मध्यम 12 प्रतिशत ब्याज की दर से। 13 के बाद 9 प्रतिशत ब्याज की दर से। 2014 जुलाई के बाद 15 प्रतिशत की दर से। इसमें सभी हितबद्ध भू स्वामियों को उनका भुगतान दिया गया है। कुछ लोगों ब्याज एवं मुआवजा की दर से असंतुष्ट होकर सक्षम न्यायालय में वाद भी दायर कर चुके हैं। जो विचाराधीन है। जब तक न्यायालय का फैसला नहीं आता, फैसले के अनुरुप विभागीय निर्देश प्राप्त नहीं होता। कोई कार्रवाई कैसे होगी। प्रशासन का यह भी तर्क है कि अगर किसी के पुनर्वास का मामला है। तो उसके लिए समिति बनी हुई है। इसकी बैठक भी 14 अक्टूबर को हुई थी। इसके सदस्य क्षेत्र की महिला प्रतिनिधि के तौर पर प्रमुख सुनीता राय, इस क्षेत्र में कार्यरत स्वयं सेवी संस्था, प्रभावित क्षेत्र के बैंक प्रतिनिधि, नंदलाल चौधरी सरपंच प्रतिनिधि, क्षेत्र के सांसद व सदर विधायक, भू अर्जन पदाधिकारी व एसटीपीएल द्वारा नामित पदाधिकारी इसमें शामिल हैं। लोग मिलकर अपनी बात रख सकते हैं। इस लिए प्रशासन का कहना है, किसी के उकसावे में आकर विवाद न करें। अगर कोई समस्या हो तो उसके निदान हेतु विधिक प्रकिया के अनुसार परिवाद दायर कर सकते हैं।