बक्सर खबर। पिछले कुछ दिनों से चर्चा में आए सदर अनुमंडल के भूमि सुधार उप समाहर्ता (डीसीएलआर) व लोक चेतना मंच के जुझारु नेता मिथिलेश सिंह इन दिनों एक दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं। कुछ दिनों पहले मिथिलेश सिंह ने डीएम और मुख्य सचिव को पत्र भेज था। जिसमें उनकी संपति की जांच करने कराने की मांग की है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए हैं।
अपने शिकायती आवेदन की प्रति उन्होंने मीडिया को भी उपलब्ध कराई हैं। अपने आवेदन पर कार्रवाई न होते देख शुक्रवार को उन्होंने एक और संदेश मीडिया को भेजा है। जिसमें सरकार को कठघरे में खड़ा किया गया है। इस बीच शनिवार को एक पत्र सामने आया है। जिसे डीसीएलआर राजेश कुमार ने डीएम को भेजा है। पत्र में कहा गया है वर्ष 2017 में दाखिल खारिज का एक मामला उनके न्यायालय में आया था।
जिसमें पंकज उपाध्याय बनाम मिथिलेश सिंह का नाम था। उसका निष्पादन नवम्बर 17 में हो गया। लेकिन द्वितीय पक्ष के मिथिलेश सिंह द्वारा बार-बार मेरे उपर दबाव दिया जाता रहा। उनके द्वारा लगातार धमकियां भी मिल रही हैं। इसकी सूचना देते हुए राजेश कुमार ने डीएम से आग्रह किया है इस मामले की जांच कराई जाए। उचित कदम उठाते हुए मुख्य सचिव के कार्यालय को भी सूचित किया जाए।
तुम लोग लड़ो आपस में सरकार तुम्हारा सब कुछ लूट कर दलितों में बाट रही है ।आरक्षण पे आरक्षण लगा रही है।लड़ो मरो!