बक्सर खबर। चक्की प्रखंड कार्यालय परिसर में गुरूवार की दोपहर विकलांगता शिविर के दौरान अफतफरी का महौल कायम हो गया। चारों तरफ मार-मार के आवाजें गुंजने लगी। डाक्टर वहां से भागे और पीएचसी में जा छीपे। उपद्रवियों ने दरवाजा तोड़ डाक्टरों व कर्मचारियों के साथ मारपीट व दुर्वव्यवहार किया। सूचना मिलने के बाद डुमरावं एसडीओ ललन प्रसाद व एसडीपीओ के.के. सिंह पहुंचे तबतक उपद्रवी फरार हो चूके थे।
सूत्रों ने बताया शिविर में कुछ लोग एक बीमार लड़की को लेकर पहुंचे। उसे विकलांगता का प्रमाण पत्र देने के लिए विवश करने लगे। जिस पर डाक्टरों व कर्मचारियों ने मना कर दिया। उसके बाद मौजूद जनप्रतिनिधी व लड़की के अभिभावक उग्र हो गए। डाक्टरों की कॉलर पकड़ लिया। स्थिति को बिगड़ते देख डाक्टर व कर्मचारी पीएचसी भवन में जा कर अपने को बंद कर लिया। उसके बाद उग्र लोगों पीएचसी का दरवाजा तोड़ कर अंदर प्रवेश कर गए।
डाक्टरों के साथ मारपीट की अस्पताल के समान को तोड़-फोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद पहुंचे एसडीओ, एसडीपीओ व थानाध्यक्ष विनय कुमार प्रसाद पहुंचे। तबतक सभी आरोपी फरार हो चुके थे। ज्ञात हो कि दो दिवसीय विकलांगता शिविर का आयोजन किया गया था। शिविर डा. शालिग्राम पाण्डेय व चक्की पीएचसी प्रभारी डा. रवि कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में लगा था। जिस दौरान हंगाम हुआ है।
कहते है एसडीपीओ
डुमरांव एसडीपीओ के.के. सिंह कहते है कि डाक्टरों द्वारा अभी लिखित शिकायत नहीं दी गई है। जिसके कारण एफआइआर नहीं हुआ है। वहीं उपद्रवियों का कुछ विडियो सामने आया है जिससे उनकी पहचान की जा रही है।