-लोकायुक्त को आवेदन दे की थी शिकायत
बक्सर खबर। सिमरी प्रखण्ड के काजीपुर पंचायत में मनरेगा योजना में धांधली हुई है। अनियमितता को लेकर इसकी शिकायत पीएमओ कार्यालय से लोकायुक्त तक किया गया था। जिसमे वित्तीय वर्ष 2016-17 के एक मामले में सिमरी प्रखंड के काजीपुर पंचायत में मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर गबन को लेकर स्थानीय निवासी मोहम्मद इम्तियाज अंसारी ने पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। वर्ष 16-17 के पंचायत के मनरेगा योजना संख्या 38 में केदार यादव के दरवाजे से मेन रोड तक टुकड़ा, बालू, ईंट सोलिग और पीसीसी कार्य कराना था।
लेकिन, इसमें बिना ईंट सोलिग कराए ही राशि की निकासी कर ली गई। जिसपर लोकायुक्त पटना ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जिला पदाधिकारी बक्सर को पत्र जारी कर योजन स्थल का जांच करने का निर्देश दिया। डुमरांव एसडीएम हरेन्द्र राम के नेतृत्व में योजना का जांच की गई। पीसीसी ढलाई के अंदर ईट सोलिंग का प्रावधान है। लेकिन जांच के दौरान ईट सोलिंग का कार्य नहीं पाया गया। जबकि मनरेगा जेइ सीधेश्वर शर्मा द्वारा ईट सोलिंग के कार्य की मापी एवं राशि 56437 एमबी में दर्ज कर दिया गया था। स्थल निरीक्षण के दौरान यह कार्य नहीं पाया गया।
वही जांच टीम के द्वारा 56437 रुपया राशि की वसूली करने की अनुसंशा किया गया है। जिसमे तत्कालीन कार्यक्रम पादधिकारी मनरेगा, गजेंद्र कुमार जो वर्तमान में रोहतास में कार्यरत है इनपर 11287.40 , सिद्धेश्वर शर्मा तत्कालीन कनिया अभियंता वर्तमान पदस्थापना चौगाई इन पर 11287.40 , मोहम्मद साकिब आलम तत्कालीन पंचायत तकनीकी सहायक वर्तमान पदस्थापना ब्रह्मपुर 11287.40, राजेश कुमार तत्कालीन पंचायत रोजगार सेवक, वर्तमान पदस्थापन अतरौना ,इटाढ़ी 11287.40 एवं पंचायत मुखिया अख्तर अली पर 11287.40 रुपया का वसूला किया जाएगा। गौरतलब हो कि काजीपुर पंचायत पहले से भी वितीय अनियमितता को लेकर सुर्खियों में रहा है।