बक्सर खबर। मनरेगा योजना लूट का जरिया बनी हुई है। इस खेल में कई लोग शामिल हैं। सूत्र बताते हैं आजकल काम का नया तरीका अपनाया जा रहा है। पहले काम करा लो बगैर किसी भय के मशीन से। किसी ने शिकायत की तो परवाह नहीं। क्योंकि योजना का चयन करना ही नहीं है। दो-तीन माह का समय गुजर जाए तो उस योजना का बोर्ड लगा राशि निकाल लो। इतना ही नहीं मिट्टी कार्य करने के नाम पर राजबाहों को पाटा जा रहा है। ऐसी ही शिकायत राजपुर प्रखंड के देवढिय़ां पंचायत से सामने आई है। मुखिया सुनैना देवी और रोजगार सेवक ने मिलकर रामपुर राजबाहा को पाट दिया।
1 अगस्त को इसकी शिकायत ग्रामीणों ने कार्यक्रम पदाधिकारी से की। अंचल कार्यालय को जांच दी गई। रिपोर्ट आई कि खाता संख्या 548 एवं 549 में राजबाहा को पाट दिया गया है। संबंधित पदाधिकारी ने 28 अगस्त को आदेश जारी किया। विभागीय निर्देश है कि कहीं भी सिंचाई के लिए बने राजबाहे को पाटना नहीं हैं। जल्द उसकी उढ़ाई कर राजबाहे को पुन: चालू किया जाए। इसका अनुपालन एक सप्ताह में होना चाहिए। अब काम को पूरा करने की जगह संबंधित कार्य एजेंसी के लोग आवेदन करने वालों पर दबाव बना रहे हैं। यह हाल है मनरेगा का जिले में।