बक्सर खबर। आशीष हत्याकांड में अनुसंधान अभी भी जारी है। क्योंकि उसका मोबाइल फोन नहीं मिला है। पुलिस की माने तो उसकी तलाश की जा रही है। हत्या में दो किशोरों को हिरासत में लिया गया है। सूचना के अनुसार उन्हें बुधवार को ही न्यायालय के समझ उपस्थित किया गया। वे नाबालिग हैं। इस लिए उनका नाम सामने नहीं आया है। लेकिन उनकी संलिप्तता इस केस में है। क्योंकि सीसी टीवी में उनके चेहरे देखे गए हैं। सूचना के अनुसार जब सात अगस्त को आशीष घर से निकला। उसके दोस्त बाइक से पहुंचे। उसी बाइक पर पीछे बैठकर वह भी निकला था। जो नजारा टेक्सटाइल कालोनी डुमरांव के आस-पास लगे कैमरे में कैद हुआ है। लेकिन, उसकी हत्या कैसे हुई। इस तथ्य का खुलासा अभी भी नहीं हुआ है।
इस बीच उसके पिता गजेन्द्र तिवारी ने बताया कि मीडिया द्वारा जो मोबाइल खरीदने के लिए 12 हजार लेकर घर से निकलने की बात कही जा रही है। वह सच नहीं है। घर से निकलते समय उसके पास रुपये नहीं थे। यह बात हमने पुलिस को भी बतायी है। हमारे साथ जो होना था। वह हो चुका है। लेकिन, हम चाहते हैं। इस मामले में मुकम्मल जांच हो। जो भी दोषी हों। उनके खिलाफ उचित कार्रवाई हो। लेकिन, जांच सही दिशा में होनी चाहिए। यहां आशीष के पिता द्वारा किया जा रहा दावा अगर सही है। तो फिर आशीष की हत्या क्यों हुई ? इस सवाल का जवाब अभी भी पुलिस के पास नहीं है। पूछने पर छोटे अधिकारी बोलने को तैयार नहीं। क्योंकि मामले की जांच एडीजी व डीआइजी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। ऐसे में सच क्या खुलकर सामने आता है। इसका इंतजार सभी को है।
सर, तलाशी लगाकर मुजरिम को उचित करवाई कि जानी चाहिए। बक्सर जिला में बहुत अपराध बढ़ गया हैं। कुछ महीनों से। इसमें कुछ पुलिस कि भी लापरवाही हैं।