बक्सर खबर। अगर मन में लगन हो तो आप बेहतर कर सकते हैं। मजबूरियां आपके हौसले को बांध नहीं सकती। बाजार समिति रोड की रहने वाली अमृता कुमारी दो बच्चों की मां हैं। शादी हाने के बाद परिवार की जिम्मेवारी निभाते हुए उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी। बीइएड किया और मध्य विद्यालय में शिक्षक बनी। फिर उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा दी और 323 वां स्थान हासिल किया। उनकी सफलता पर पति अरविंद ओझा और उनके ससुर कथावाचक श्रीराम नाथ ओझा को भी गर्व है।
बातचीत के क्रम में पता चला कि उनकी शादी वर्ष 2007 में ही हुई थी। शिक्षक बनने के बाद उन्होंने दूसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की है। इससे पहले तीन नंबर से चूक गई थी। वह अपने ससुराल में रहती हैं। पूरे परिवार की जिम्मेवारी संभालती हैं। लेकिन, उनका सपना था। कुछ बड़ा करने का। सिर्फ एक जगह बंध कर रहना नहीं चाहती थीं। सो उन्होंने प्रयास जारी रखा और अपने दम पर मुकाम हासिल किया। परिवार के सदस्यों ने बताया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा एमपी हाई स्कूल व स्नातक केके मंडल महिला कालेज से पूरी हुई है। अर्थात पूरी पढ़ाई घर और ससुराल में रहकर उन्होने पूरी की है। बक्सर खबर की टीम भी उन्हें इस सफलता के लिए शुभकामनाएं देती है।