-प्रेम प्रसंग में भाई के हाथ घायल युवती की कहानी
बक्सर खबर। प्रेम प्रसंग के कारण चर्चा में आई राजनंदनी के जीवन की कहानी लोगों को चौका देने वाली है। आज 26 सितम्बर को उसके भाई ने ही जानलेवा हमला किया। बहन पर गोली चला दी। संयोग रहा कि पेट में लगी गोली किनारे से निकल गई। भले ही वह सिर्फ घायल हुई है। लेकिन, उसका जीवन एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2013 में उसकी मां मंजू देवी की हत्या हुई थी। घटना के समय पता चला था कि चौकी अचानक से टूट गई। मंजू देवी नीचे गिरी और लकड़ी पेट में धंस गई। इस वजह से उसकी मौत हो गई थी।
लेकिन, जब पोस्टमार्टम हुआ तो डाक्टरों ने कहा जख्म के स्थान पर बारूद के कड़ मिले हैं। पुलिस चौक गई। जांच के लिए एफएसएल की टीम पटना से आई। जांच हुई तो जिस कमरे में मंजू देवी की मौत हुई थी। वहां दीवार में धंसी गोली मिली। दुर्घटना का यह मामला हत्या में तब्दील हो गया। मंजू देवी के भाई ने तब आरोप लगाया कि उनके बहनोई हरेराम पांडेय और बेटी के बीच अवैध संबंध है। मां ने विरोध किया तो उसे रास्ते से हटा दिया गया। पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। तब पिता ने सारा अपराध अपने उपर ले लिया। वे गिरफ्तार हुए और कम उम्र होने के कारण राजनंदनी को छोड दिया गया।
वह गांव में ही दूसरे के यहां रहने लगी। भाई छोटा था। वह चुप ही रहता था। इस बीच उसका संपर्क गांव के युवक राहुल राज शर्मा से हो गया। जिसके साथ 2015 में उसने शादी कर ली। दोनों गुजरात चले गए। लगभग चार वर्ष बाद वे गांव लौटे। उसने अपने गांव नंदन के युवक से ही शादी की थी। सो गांव में ही रहने लगी। यह बात भाई को नागवार गुजर रही थी। शायद इसी लिए उसने बहन को जान से मारने का प्रयास किया। पुलिस इस पूरे मामले में फूंक-फूंक कर रख रही है। ऐसा हो सकता है। उस घटना से इसके तार जुड़े हों।