बक्सर खबर। स्थानीय सांसद अश्विनी चौबे दो दिन बाद बक्सर पहुंचने वाले हैं। वहीं दूसरी तरफ उनके उपर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है। क्योंकि उनके खिलाफ न्यायालय में मुकदमा लंबित है। नगर थाने में दर्ज प्राथमिकी संख्या 116/17 में राज्य सरकार बनाम अश्विनी चौबे वगैरह नामजद हैं। इसमें भाजपा के कई नेता शामिल हैं। एक प्रमुख नाम विधानसभा प्रत्याशी रहे प्रदीप दुबे का भी है। बिजली विभाग के सामने धरने में इन लोगों ने हिस्सा लिया और सड़क जाम किया था। वहीं मारपीट का आरोप भी बिजली विभाग के अभियंता ने जिलाध्यक्ष व कुछ अन्य लोगों पर लगाया था।
हालाकि मारपीट करने वालों में उनका नाम शामिल नहीं है। इस मामले में जमानत के लिए उनके अधिवक्ता ने न्यायालय में आज बुधवार को अग्रीम जमानत की अर्जी दाखिल की। एडीजे तृतीय सुमन सिंह की अदालत में दायर अर्जी पर सुनवायी भी हुई। लेकिन, फिलहाल आदेश सुरक्षित रखा गया है। संभावना है कि अगले दिन इस पर सुनवायी होगी। अगर अग्रिम जमानत मंजूर नहीं हुई तो सांसद को न्यायालय में उपस्थित होकर जमानत लेनी होगी। यह उनके लिए जरुरी भी है। क्योंकि न्यायालय रिकार्ड में फरार रहते हुए वे नामांकन भी दाखिल नहीं कर सकेंगे। ऐसा जानकार अधिवक्ताओं का कहना है।