-सुप्रीम कोर्ट में मिला केस फाइल करने का अधिकार
बक्सर खबर। अपने जिले के रहने वाले मुकेश कुमार ने सर्वोच्च न्यायालय की एओआर परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। इसके साथ ही उन्हें अपने सुप्रीम कोर्ट में अपने नाम से केस दायर करने का अधिकार मिल गया है। यह वह प्रतिष्ठित जांच परीक्षा है। जिसमें लोग चार से पांच बार शामिल होते हैं। लेकिन, पहले ही प्रयास में मुकेश को सफलता मिल गई है। दो दिन पहले जारी हुए परिणाम में उनका नाम शामिल होने के बाद परिवार में उत्सव का माहौल है। वे अपने जिले के बेलाउर गांव के रहने वाले हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि मेरी इस सफलता का श्रेय दादा जी ज्वाला प्रसाद चौबे को जाता है। उनकी प्रेरणा से मैं इस मुकाम तक पहुंचा हूं। पिता का नाम स्व दीपक चौबे व मां का नाम कौशल्या देवी है। मैंने उनके निर्देशन में 10वीं तक की पढ़ाई बिहार पब्लिक स्कूल से पूरी की थी।
10वीं में 83 प्रतिशत के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया था। उनकी मां और दादा (दिवंगत) ने उनका विशेष रूप से समर्थन किया, खासतौर पर उनकी मां जो पूरे घर की देखभाल करती हैं। उनका घर को आगे की तरफ ले जाने और एक सही दिशा दिखाने में शुरू से खास योगदान रहा है। इसके बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए वाराणसी के संत अतुलानंद स्कूल गए। उन्होंने इंटरमीडिएट में कॉमर्स को चुना। 12वीं में वह 93.2 प्रतिशत के साथ पूरे बैच में सबसे ज्यादा अंक लाने के साथ स्कूल के टॉपर हुए और उस डिस्ट्रिक्ट में तीसरे स्थान पर रहे।
उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वो दिल्ली गए और उन्होंने ग्रेजुएशन में फ़िर से कॉमर्स चुना और दिल्ली विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। ग्रेजुएशन में भी थ्योरी में टॉपर रहे और ओवरऑल तीसरी रैंक हासिल किये। फिर कानून का अध्ययन करने का निर्णय किया और सीएलसी दिल्ली विश्वविद्यालय में एलएलबी में प्रवेश लिया और अपना पाठ्यक्रम प्रथम श्रेणी के साथ पूरा किया। पांच वर्ष तक बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करने के उपरांत नवंबर 2022 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के एओआर की परीक्षा में शामिल हुए और पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण हुए। अब वे सर्वोच्च न्यायालय में प्रैक्टिस करेंगे। मुकेश ने बताया उनके अन्य दो भाई और एक बहन भी एलएलबी की पढ़ाई पूरी कर न्यायिक सेवा में जाने की तैयारी कर रहे हैं।