-ददन के प्रयास से नावानगर में मिली स्वीकृति
– संगीत के छात्रों के लिए होगा वरदान
बक्सर खबर। शहनाई के जादूगर भारत रत्न उस्ताद विस्मिल्लाह खां के नाम पर डुमरांव में संगीत विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। बिहार सरकार के कला संस्कृति विभाग ने इसकी स्वीकृति दे दी है। पहले यह विश्वविद्यालय भागलपुर तथा बाद में बेतियां में खुलने वाला था। लेकिन डुमरांव से जदयू विधायक ददन यादव उर्फ ददन पहलवान ने विधानसभा में इस पर आपत्ति जताते हुए बताया था कि विस्मिल्ला खां का जन्म 21 मार्च 1916 ईं को डुमरांव में हुआ था।
डुमरांव उनका जन्म स्थान है। उनके नाम पर जिले में कुछ भी नहीं है। विधायक ने सिर्फ प्रस्ताव ही नहीं रखा। भूमि की उपलब्धता से जुड़ी जानकारी भी विभाग के समझ रख दी। क्योंकि किसी भी कालेज अथवा विश्वविद्यालय के सबसे बड़ी बाधा भूमि ही है। विधायक ने लगे हाथ इसके लिए आथर गांव के बारालेव मौजा में 5.43 एकड़ सरकारी जमीन का ब्योरा भी कला संस्कृति विभाग को सौंप दिया। उनकी यह पहल काम कर गई। कला संस्कृति विभाग ने डुमरांव के आथर गांव के पास ’विस्मिल्लाह खां संगीत विश्वविद्यालय’ की स्थापना को स्वीकृति दे दी है।
संगीत के छात्रों के लिए वरदान होगा विश्वविद्यालय
बक्सर खबर। डुमरांव विधायक ददन यादव ने कहा उस्ताद विस्मिल्लाह खां संगीत विश्वविद्यालय अनुमंडल सहित पुराने शाहाबाद के संगीत के छात्रों के लिए वरदान साबित होगा। अभी तक इस क्षेत्र में एक भी संगीत विश्वविद्यालय नहीं था। जिस कारण संगीत के छात्रों को या तो बाहर जाना पड़ता था या फिर मन मशोस कर रह जाना पड़ता था। लेकिन इस विश्वविद्यालय की स्थापना होने के बाद संगीत के छात्रों को अपने कैरियर को संवारने का सुनहरा मौका मिलेगा। विधायक ददन पहलवान ने कहा कि सुशासन की सरकार न्याय के साथ विकास के संकल्प के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि डुमरांव की शान को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। एनडीए के सरकार में ही यहां कृषि काॅलेज, मेडिकल काॅलेज, गोकुल ग्राम की आधारशीला पड़ी है। अब संगीत विश्वविद्यालय भी खोला जाएगा।
डीएम ने कहा भूमि के लिए मांगा गया है प्रतिवेदन
बक्सर खबर। जिलाधिकारी राघवेन्द्र सिंह ने इस संबंध में पूछने पर कहा कि विभाग से भूमि के लिए प्रतिवेदन मांगा गया है। जिस जमीन का उल्लेख यहां हुआ है। उसकी वास्तविक स्थिति से जुड़ा प्रतिवेदन नावानगर के अंचल पदाधिकारी के मांगा गया है।