बक्सर खबर। नेताजी यह शब्द सुनते ही वीर लोगों की रगों की खून दौडऩे लगता है। जो नेताजी को जानते हैं। उनके साथ काम करने वाले तो अब बहुत लोग नहीं रहे। हम बात कर रहे हैं आजाद हिंद फौज का गठन करने वाले सुबाष चन्द्र बोस की। देश आजाद हुआ और वे जैसे लापता हो गए। आज देश उनकी जयंती मना रहा है। भारत की आजादी का श्रेय लेने वाले बहुत लोग हैं। लेकिन, नेता जी को दरकिनार कर स्वतंत्रता प्राप्ति की बात कहना बेमानी है। यह बातें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहीं। बाइपास रोड में स्थित संघ कार्यालय में नगर संघचालक राधा कृष्ण जी व डॉ रमेश राय जी ने संयुक्त रूप से नेताजी के तैल चित्र पर पुष्प चढ़ा कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सफल संचालन कुन्दन ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा नेताजी के छोटे से जीवन अर्थात कम आयु में देश के प्रति जो कर गुजरने की क्षमता थी वह सीख हमें अपने जीवन मे उतारने की जरुरत है। उनका नारा तुम मुझे दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा। आजाद हिन्द फौज के साथ देशवासियों हेतु भी दिया गया था। पूरा देश उनके साथ खड़ा हो गया था। उस विषय पर गहन चर्चा हुई। नगर संघचालक ने बताया नेताजी संघ के शिविर मे आये व डॉक्टर साहब के द्वारा खडा हो रहे संघ व कार्यकर्ताओं की प्रशिक्षण शैली की भी सराहना की थी। कार्यक्रम में अभिषेक, अभिमन्यु, राहुल, गौरव, दीनबन्धु, अमित, दुर्गेश समेत अन्य स्वयं सेवक उपस्थित थे।