-बगैर मालगुजारी रसीद के कर सकते हैं आवेदन
बक्सर खबर। कृषि विभाग के सचिव डॉ एन सरवण कुमार (अतिरिक्त प्रभार सचिव, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार पटना-सह-प्रभारी सचिव बक्सर जिला) की अध्यक्षता में गुरुवार को कृषि विभाग के पदाधिकारियों एवं जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय स्थित सभागार में हुई। जिले में अल्पवृष्टि के कारण सुखाड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इससे निबटने हेतु आगामी 15 अगस्त तक जिले में रोपनी कार्य सुनिश्चित करने के लिए सोन नहर, गंगा पम्प नहर, लघु सिंचाई, विद्युत विभाग युद्ध स्तर पर सिंचाई व्यवस्था की तैयारी में लग जाय। इसका निर्देश उन्होंने विभागीय अधिकारियों को दिए।
समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि 15 अगस्त तक रोपनी वास्तविक फसल आच्छादन का आकलन किया जाए। उन्होंने डीजल अनुदान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को डीजल अनुदान का लाभ लेने हेतु मालगुजारी रसीद की आवश्यकता नहीं है। इच्छुक कृषक ऑनलाईन पोर्टल पर सम्बंधित जमीन का खाता, खेसरा, डीजल क्रय करने का डिजिटल रसीद, जिस पर कृषक पंजीकरण का अंतिम दस अंक प्रविष्ट हो, अपलोड करेंगे। गैर रैयत कृषक विहित प्रपत्र, जो कृषि समन्वयक उपलब्ध करायेंगे, उस पर सम्बंधित वार्ड के वार्ड सदस्य एवं सम्बंधित पंचायत के कृषि समन्वयक के संयुक्त हस्ताक्षर कराकर उपरोक्त दस्तावेज के साथ अपलोड करेंगे।
कृषि समन्वयक का दायित्व हो कि ऑनलाइन आवेदन का भौतिक सत्यापन कर त्वरित डीजल अनुदान का लाभ दिलाना सुनिश्चित करेंगे। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में 62.35 प्रतिशत रोपनी हुआ है, जिसमें डुमरॉंव, चक्की, ब्रम्हपुर, सिमरी व चौंगाई प्रखंड में रोपनी 50 प्रतिशत से नीचे है। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि जिले में 18270 बिजली चालित एवं 4714 डीजल चालित पम्पसेट हैं। बैठक में उप विकास आयुक्त बक्सर, अनुमंडल पदाधिकारी बक्सर, जिला पशुपालन पदाधिकारी बक्सर, जिला जन संपर्क पदाधिकारी बक्सर, जिला मत्स्य पदाधिकारी बक्सर, विद्युत कार्यपालक अभियंता, अग्रणी बैंक प्रबंधक, कार्यपालक अभियंता विद्युत, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई, कार्यपालक अभियंता सोन नहर सहित कृषि विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।