बक्सर खबर। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवद्र्धन के खिलाफ गुरुवार को खूब नारे लगे। पार्टी के बिहार प्रभारी विरेन्द्र सिंह राठौर के सामने ही खूब कहा सूनी हुई। सदर विधायक संजय उर्फ मुन्ना तिवारी के समर्थकों पर यह आरोप लगा कि उन्होंने बवाल किया। वहीं सूत्रों की माने तो पूर्व संगठन सचिव टीएन चौबे के वंशजों व पूर्व यूथ अध्यक्ष सत्येन्द्र ओझा आदि ने भी जिलाध्यक्ष बाहरी है के नाम पर बवाल किया।
मंच तक ब्रह्मपुर के कांग्रेस नेता शशी राय पहुंच और आक्रोशित हो बयानबाजी करने लगे। विधायक ने उन्हें आगे बढ़कर समझाया। लेकिन पार्टी की इस गुटबाजी से पूरा जिला गुरुवार को अवगत हो गया। दल में चल रहे विरोध की इस राजनीति से पार्टी के लोग पूर्व से अवगत हैं। इस लिए यह तय माना जा रहा था बैठक में ऐसा होगा। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सह बिहार प्रभारी का यह पहला बक्सर आगमन था।
उनका स्वागत पटना से बक्सर आने के दौरान जिले की सीमा पर स्थित देवकुली गांव के पास ही जोरदार तरीके से किया गया। गोलंबर पर सत्येन्द्र ओझा व अन्य युवाओं ने उनका सम्मान किया। लेकिन यह सारी गर्मजोशी पार्टी कार्यालय पुस्तकालय रोड में आकर समाप्त हो गई। दल की यह गुटबाजी देख प्रदेश प्रभारी ने कहा। मैं यहां जिले के सभी प्रखंड़ अध्यक्षों से मिलने आया था। उसके बाद जिला इकाई के नेताओं से भी बात होनी थी। लेकिन यहां जो हुआ वह गैर मर्यादित है। ऐसा करने वालों के खिलाफ संगठन अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा।
विधायक का छलका दर्द
बक्सर । सदर विधायक मुन्ना तिवारी ने अपने संबोधन में कहा। यहां पार्टी ने कार्यकर्ताओं और जनता के दम पर चुनाव जीता है। लेकिन कुछ दिन पहले हमने प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। जिसमें महज कुछ लोग शामिल हुए। इसमें दल के लोगों ने सहयोग नहीं किया। उन्होंने अपनी बुलंद आवाज में कई बातें कहीं लेकिन, विरोध के माहौल के कारण सारा उत्साह फीका पड़ता गया।
अध्यक्ष ने कहा पार्टी के स्तर से नहीं बनी थी रणनीति
बक्सर। जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवद्र्धन ने लग रहे आरोपों का जवाब देते हुए कहा। कुछ दिन पहले जिला मुख्यालय में आयोजित बंद पार्टी द्वारा तय रणनीति का हिस्सा नहीं था। न ही इसके लिए संगठन के स्तर पर विचार अथवा पहल की गई थी। खुलेआम प्रचार किया गया। यह किसी दल का कार्यक्रम नहीं है। यह सबको पता है। लेकिन अब उसे दल का कार्यक्रम बताकर ओछे आरोप लगाए जा रहे हैं।