बक्सर खबर। शिक्षकों को पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिला। नियोजित शिक्षक तो पहले हड़ताल पर थे। उस अवधि का भी बहुतों को वेतन नहीं मिला है। ऐसी स्थिति में सरकार शिक्षकों को आर्थिक गुलाम बनाना चाहती है। यह बातें शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष केशव सिंह ने कहीं हैं। उनकी बातों का हवाला देते हुए शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के मीडिया प्रभारी और जिला शिक्षक संघ के कोषाध्यक्ष शिवजी दुबे ने कहा कि स्थिति बहुत विकट है।
सरकार मीडिया में प्रचार करती है। वेतन मद में दिया गया आवंटन। लेकिन, सच कुछ और होता है। तीन माह बाद एक माह का वेतन दिया जाता है। उन्होंने बताया कि आज रविवार को वीडियो संवाद के माध्यम से शिक्षक नेताओं ने आपसी विमर्श किया। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष समेत सभी जिलों के पदाधिकारी शामिल हुए। सबने इस विकट स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा सरकार कोरोना काल में सर्वेक्षण, नामांकन और अब चावल वितरण जैसा कार्य करा रही है। ऐसे में शिक्षकों का बीमा कराया जाए। बैठक में जिलाध्यक्ष संजय उपाध्याय, सचिव अशोक कुमार समेत गैर जिलों के पदाधिकारी भी शामिल हुए।