बक्सर खबर : जिले में कानून व्यवस्था को चुस्त रखने का नया फार्मूला यहां के कप्तान ने ढूंढ़ निकाला है। अगर कहीं कुछ होता है तो पुलिस साक्ष्य व सबुत पर ध्यान दे या न दे। मीडिया पर विशेष ध्यान रखे। उन्होंने इसका प्रयोग सोमवार को सोनवर्षा में किया। इस वर्ष की दूसरी सबसे बड़ी घटना का वे मुआयना करने पहुंचे थे। बैंक से हुई दस लाख की चोरी मामले में एसपी राकेश मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा गए थे। वहां पहुंच वे प्रबंधक से बातचीत कर रहे थे। इतने में दैनिक भास्कर के स्थानीय संवाददाता वरूण सिंह वहां पहुंचे। अपने मोबाइल फोन से तस्वीर ली। यह देख एसपी भड़क गए। आप कौन हैं, यहां कैसे आ गए। अपने गार्ड से उन्होंने बोलकर पत्रकार का फोन छीनवा लिया।
एसपी वहां दो घंटे तक रहे। वरुण अपने मोबाइल के गम में बैंक के बाहर पहरा दे रहे थे। क्योंकि पुलिस ने उन्हें अंदर आने से मना कर दिया। मोबाइल छोड़कर जाने की हिम्मत उनके अंदर थी नहीं। जब साहब बाहर आए तो कहा ज्यादा तेज बनने की जरुरत नहीं है। बगैर अनुमति के तस्वीर नहीं लेनी चाहिए। यह कहते हुए पत्रकार का फोन वापस किया। एसपी के इस व्यवहार से पत्रकार बहुत आहत हैं।
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बक्सर : बक्सर पत्रकार संघ ने इस घटना की पुरजोर आलोचना की है। क्योंकि यह दूसरा वाकया है। जब एसपी राकेश कुमार ने मीडिया का कैमरा छीना है। इससे पहले 12 जनवरी को नंदन गांव में भी एक फोटो ग्राफर के साथ ऐसा हुआ था। इसकी पुनरावृति एक बार फिर सोनवर्षा में हुई है। बार-बार पुलिस द्वारा पत्रकारों के साथ किए जा रहे व्यवहार के खिलाफ यह निर्णय लिया गया है। एसपी के इस रवैये की सूचना मुख्यमंत्री व डीजीपी दोनों को दी जाएगी।
एसपी द्वारा किया गया दुर्व्यवहार निंदनीय है। विभाग के वरीय पदाधिकारी द्वारा कार्रवाई किया जाना चाहिए
Sp kis condition me phon liye hai ptrkar kais pr v bichar hona chaiye…..jaha tk meri jankari hai sp suljhe huwe insan hai….