-11 माह में 78 की मौत, 74 घायल, जर्जर पड़ा है चौसा-कोचस रोड
बक्सर खबर। जिले में सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी का सिलसिला जारी है। इस मामले पर सर्वोच्च न्यायालय भी नजर रख रहा है। इस वजह से प्रत्येक माह बैठकें हो रही हैं। मंगलवार को भी जिला प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा समिति की बैठक बुलायी। जिले के उप विकास आयुक्त योगेश कुमार सागर की अध्यक्षता में बैठक हुई। परिवहन विभाग ने अपनी रिपोर्ट सौंपी। जिसमें यह उल्लेख था, जनवरी से नवम्बर 2020 के मध्य 93 दुर्घटनाएं हुई हैं। 78 लोगों की मौत हुई, 74 लोग घायल हुए।
यह भी बताया गया सर्वाधिक दुर्घटना एनएच 84 पर ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र में हुई। नावानगर और राजपुर प्रखंड क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। बैठक में एनएचआई से जवाब तलब की बात कही गई। साथ ही आवश्यक जगहों पर परिवहन निर्देश से जुड़े बोर्ड लगाने की हिदायत दी गई। परिवहन पदाधिकारी ने कहा प्रत्येक सप्ताह में शनिवार वाहन जांच अभियान चलता है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा जिले में 6 सरकारी व 18 गैर सरकारी एंबुलेंस उपलब्ध है। लेकिन, कुछ माह पहले पथ निर्माण विभाग ने भी एंबुलेंस उपलब्ध होने की बात कही थी।
उसका उल्लेख इस बैठक में नहीं हुआ। न ही जिले में दुर्घटना का कारण बन रहे अतिक्रमण वाले चौक-चौहारों को खाली कराया गया। स्थिति जस की तस है। जहां निर्माण हो रहा है। वहां भी नियमों की अनदेखी हो रही है। सोमवार को स्टेशन रोड में एक युवक दुर्घटना का शिकार हो गया। वहां सड़क चौड़ी करण का कार्य चल रहा था। न तो वहां बोर्ड लगा था न ही कार्य होने वाले स्थान को घेरा गया था। वैसे इस माह की सड़क सुरक्षा समिति बैठक में पथ निर्माण विभाग, परिवहन विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।