-चार फरवरी से जिले में शुरू होगा सर्वेक्षण कार्य
बक्सर खबर। समाज कल्याण विभाग ने सूचना जारी की है। एक अप्रैल 2023 से राज्य में पूर्व से जारी ऑफ लाइन दिव्यांग प्रमाणपत्र मान्य नहीं होंगे। अर्थात जिन लोगों को पुराने प्रमाणपत्र पर पेंशन मिलती होगी। वह बंद हो सकती है। ऐसे में विभागीय स्तर से सभी दिव्यांग जनों का डोर टू डोर सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया गया है। यह कार्य तीन फरवरी से ही प्रारंभ किया जा रहा है। ताकि समय रहते सबके प्रमाण पत्र को ऑनलाइन किया जा सके। यह कार्य मिशन मोड में चार मार्च तक पूरा कर लेने का निर्देश भी दिया गया है।
विभागीय जानकारी के अनुसार चार फरवरी तक सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अपने बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए सभी सेविकाओं एवं विकास मित्रों की प्रखण्ड में बैठक बुलाते हुए सामाजिक सुरक्षा के डाटा इन्ट्री ऑपरेटर के माध्यम से प्रशिक्षण देकर विवरण अपडेट करेंगे। यह अभियान डोर टू डोर चलेगा। जिसे तीन से 17 फरवरी के मध्य पूरा कर लेना है। अर्थात सारी संग्रहित जानकारी सीडीपीओ कार्यालय 18 फरवरी तक प्रखंड कार्यालय को सौंप देंगे।
इस कार्य में सहयोग करने वाले विकास मित्रों को निर्देश दिया गया है कि वे दिव्यांगजनों के यु0डी0आई0डी0 कार्ड निर्गत करने हेतु सेविका की सहायता करेंगे साथ ही जो लोग 60 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग होंगे। उनका मोटराइज्ड ट्राई साइकिल के ऑनलाइन आवेदन करा लेंगे। हालांकि संग्रहित जानकारी को प्रतिदिन कार्यालय में जमा करना है। जिसे डाटा ऑपरेटर एनआईसी के पोर्टल पर अपलोड करते रहेंगे। जिससे समय से काम पूरा किया जा सके। ऐसे में अगर आप स्वयं दिव्यांग हों अथवा आस-पास में कोई ऐसे लोग हों। तो उसे इसकी जानकारी दें और पूरी जानकारी अपनी सेविका अथवा विकास मित्र से साझा करें। अगर किसी ने हाल में नया ऑनलाइन प्रमाणपत्र प्राप्त किया हो तो उसे परेशान होने की जरुरत नहीं है।