-निरीक्षण के दौरान डीएम ने देखी कमियां, क्या आदत से बाज आएंगे कर्मी
बक्सर खबर। नव वर्ष का आगमन हो चुका है। बधाइयों और उपहार का सिलसिला चल रहा है। इसी कड़ी में 31 दिसंबर की शाम जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल भी शहर का हाल जानने निकले। हालांकि उन्होंने अपने साथ कंबल के बंडल भी रखे थे। जिसका उन्होंने रात के वक्त असहाय लोगों के मध्य वितरण किया। लेकिन, इसी कड़ी में वे देर रात सदर अस्पताल पहुंच गए। वार्डों का निरीक्षण किया। अस्पताल में मरीजों से मिले। उनके परिजनों से बात की। हाल जाना और ड्यूटी पर मिले डॉक्टर व कर्मियों से बात की।
उन्होंने आवश्यक निर्देश दिए। हालांकि जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल स्वास्थ्य विभाग के सचिव रह चुके हैं। इस लिए उनके सामने कोई चिकित्सा पदाधिकारी 13-22 वाला फार्मूला नहीं लगा सकता। बहरहाल अगर समय-समय पर जिलाधिकारी यूं ही अस्पताल आते-जाते रहे। तो उन मरीजों का कुछ तो भला होगा। जो इस अस्पताल में दाखिल होते हैं। अन्यथा, यहां किसी मरीज को डॉक्टर टिकने नहीं देते। रेफर जो कर देते हैं। निरीक्षण के दौरान डीएम के साथ सदर एसडीएम धीरेंद्र कुमार मिश्रा भी मौजूद रहे।