बक्सर खबर: रानी पद्यमावती का अपमान केवल राजपूत समाज बल्कि पूरी भारतीय संस्कृति को बदनाम करने का प्रयास किया गया है। उन करोंड़ों बलिदानी संध के स्वयं सेवकों का अपमान हो रहा है जिन्होंने पूरे जीवन हिन्दूत्व के सम्मान के लिए कार्य किया। इसी के साथ भारत माता और देश का भी अपमान हुआ है। भारत माता पर अपना सब कुछ लुटा देने वालों का अपमान नहीं सहा जाएगा। इसलिए हमारी मांग है कि पद्यमावती के निदेशक संजय लीला भंसाली पर देशद्रोह का का मुकादमा दर्ज हो। क्योंकि हम नारियों का अपमान नही सहेगें। यह युक्त बातें कुवंर वाहनी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र स्वामी ने डुमरांव में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा। स्वामी ने कहा कि पद्मा व पद्यमावती में क्या अंतर है।
इसलिए हमारी विरोध शांति पूर्ण जारी रहेगी। जिसको लेकर झारखंड के बाद अब बिहार में कुवंर वाहनी सेना बैठक लगातार जारी है। जिसमें आगे की रणनिति बनाई जा रही है। स्वामी ने कहा कि जो नारी 16 हजार महिलाओं को अग्नी में बेद-मंत्रों के उच्चारण के साथ जौर कर गई उसे मुगलों के आगन में नचाने हुये दिखाया जा रहा है। यह राजपूत नही राष्ट्र का अपमान है जो सहन नही किया जायेगा। बैठक की अध्यक्षता अनिल सिंह ने की। जबकि संचालन रोहित शाही ने किया। बैठक में कृष्णा सिंह, टीपू सिंह, टेल्हा सिंह, बीर सिंह, जयराज उर्फ दीनू सिंह, सुरेन्द्र सिंह, चुन्नु सिंह, सुरेन्द्र सिंह, बद्री सिंह, चंदन सिंह, राजकुमार, पवन कुमार सिंह, सत्येन्द्र सिंह, कल्लू सिंह, सत्यप्रकाश सिंह, दीनानाथ सिंह, रविन्द्र सिंह, पूर्व डीएसपी ददन सिंह, वीर सिंह, जंगबहादूर सिंह, लाल साहेब सिंह सहित दर्जनों कुवंर वाहनी सेना के सदस्य मौजूद थे।