-दूसरी तरफ आक्रोश नहीं ले रहा थमने का नाम, आगे भी प्रदर्शन की संभावना
बक्सर खबर। सेना में अग्निपथ योजना को लेकर छात्र आंदोलित हैं। और इसका असर लगभग हर जगह देखने को मिल रहा है। आज दूसरे दिन जिस तरीके से बिहार के कई शहरों से बवाल देखने को मिला उसके बाद यह मामला थम जाएगा ऐसे फिलहाल आसार नहीं दिख रहे हैं। एक तरफ जहां बिहार बीजेपी के नेता यह कह रहे हैं कि छात्रों तक अग्निपथ को लेकर सही जानकारी नहीं पहुंची है। जिसकी वजह से यह बखेड़ा खड़ा हुआ है। इधर दूसरी तरफ बीजेपी के केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने एक बड़ा बयान दिया है।
अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है कि छात्रों के आंदोलन के पीछे विपक्ष का हाथ है जो छात्रों के कंधे पर हथियार रख कर बंदूक चला रहा है। उन्होंने साफ-साफ कहा है कि उनकी यह मनसा कारगर होने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार छात्रों और युवाओं की हितैषी है, ऐसे में अग्निपथ योजना उनके उज्जवल भविष्य में कारगर साबित होगा। केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने छात्रों से अपील की है कि वे बहकावे में नहीं आए और इस आंदोलन से खुद को बाहर रखें।
हालांकि यहां सवाल ये है कि एक तरफ जहां आंदोलित छात्र अग्निपथ के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि सरकार के फैसले से वह खुश नहीं है। यही वजह है कि वह लगातार विरोध कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बखेड़ा खड़ा होने के बाद बिहार के डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद ने बयान दिया है कि छात्रों तक अग्निपथ को लेकर सही जानकारी नहीं पहुंची है। जिसके कारण छात्र आंदोलन कर रहे हैं, लिहाजा उन तक सही जानकारी पहुंचाने की जरूरत है। मगर ठीक इसके विपरीत बीजेपी के केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे का यह बयान कि इस पूरे हंगामे के पीछे विपक्ष का हाथ है और विपक्ष छात्रों के बहाने अपना मकसद साधना चाहता है। बीजेपी के दोनों नेताओं के बयान से अब यह नया मसला खड़ा हो गया है कि आखिर वास्तव में अग्निपथ के विरोध के पीछे कौन जिम्मेवार है ? भले ही बीजेपी के नेता इस योजना के बारे में छात्रों तक सही जानकारी नहीं पहुंचने और इस प्रदर्शन के पीछे विपक्ष के हाथ होने की बात कह अपनी पीठ थपथपा रहे हो, लेकिन ठीक इसके उलट छात्रों का दावा है कि सरकार की सेना में अग्नीपथ योजना सेना में जाने की चाह रखने वाले छात्रों के साथ एक बड़ा भद्दा मजाक है।