-दर्ज होगी प्राथमिकी, राशि वसूली का निर्देश
बक्सर खबर। फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर आंगनबाड़ी कर्मी बनने वाली दो महिलाओं पर गाज गिरी है। जिला परियोजना पदाधिकारी ने उन्हें चयनमुक्त करने का निर्देश दिया है। साथ ही प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को निर्देश दिया है। उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएं। जो राशि उन्हें मानदेय के रुप में दी गई है। उसे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू करें।
पूरा मामला कुछ यूं है। नावानगर प्रखंड के आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 56 की सेविका मंजु कुमारी द्वारा चयन के समय दिया गया मैट्रिक का प्रमाणपत्र जांच में फर्जी मिला है। कुछ ऐसा ही हाल केन्द्र संख्या 103 की सहायिका फुल कुमारी के साथ भी हुआ है। उनके द्वारा चयन के समय दिया गया अष्टम कक्षा का स्कूल परित्याग प्रमाणपत्र फर्जी है। इस वजह से दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश आठ जनवरी को जारी किए गए।