वर्तमान भभुअर गांव में कभी लक्षमण जी ने बनाया था तालाब
बक्सर खबर। बक्सर की विश्व प्रसिद्ध पंचकोशी परिक्रमा का तीसरा पड़ाव शुक्रवार को भभुअर गांव पहुंचा। यहां कालांतर में भार्गव ऋषि का आश्रम हुआ करता था। कहते हैं जब भगवान राम व लक्षमण यहां आए तो आश्रम के पास जल स्त्रोत नहीं था। तब प्रभु श्रीराम के कहने पर लक्ष्मण जी ने तीर मार जल धारा प्रकट कर दी थी।
वहां तालाब बना जिसे लक्ष्मण तालाब अथवा भार्गवेश्वर सरोवर के नाम से जाना जाता है। यहां भी भगवान शिव का मंदिर है। जिसे भार्गवेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है। बक्सर की पंचकोशी परिक्रमा के तीसरे दिन यहां श्रद्धालुओं का जमावड़ा होता है। यहां लोग दही-चूड़ा का प्रसाद ग्रहण करते हैं।
इस पड़ाव पर भी पंचकोशी परिक्रमा समिति ने अपनी तरफ से श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद का इंतजाम किया था। चुकी यह मेला परिक्रमा मेला है। इस लिए यहां भी श्रद्धालु सरोवर की परिक्रमा कर भगवान राम को नमन करते हैं। साथ ही ईश्वर से स्नेह, आशीर्वाद बनाए रखने की प्रार्थना करते हैं।