बक्सर खबर। मौजूदा समय में भ्रामक मैसेज से बचने की सलाह दी जा रही है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है। ऐसे फेक न्यूज को फॉरवर्ड न करें। अब सवाल यह भी उठता है। फेक न्यू है क्या ? जैसे कोई मैसेज आपके फेसबुक अथवा व्हाट्सएप पर आता है। इस शहर में या कहीं और लोगों के साथ ऐसा हो रहा है। कुछ लोग ऐसी बीमारी फैलाते देखे गए। पुलिस लोगों को मार रही है। लोग यहां हमला कर रहे हैं। इस तरह के तमाम संदेश जिसका सच आप स्वयं नहीं जानते। ऐसे मैसेज से बचें। उसे कहीं और न भेंजे।
कुछ दिन पहले एक मैसेज वाइरल हो रहा था। गरम पानी पीए, भाप लें, करैले का जूस पीने से बीमारी जाएगी। यह सारी बातें गलत हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी संदेश जारी कर कहा है। यह मैसेज सही नहीं है। इनका कोरोना वायरस से कोई संबंध नहीं है। जबकि ऐसे संदेश लोगों में भ्रम फैला रहे हैं। कुछ दिन पहले ईरानी भाषा में ऐसा ही संदेश एक अखबार की कटिंग के साथ डाला गया था। अलकोहल के साथ शहद पीने से यह बीमारी खत्म हो जाएगी। इस अफवाह के कारण मीथेनाल पीने से तीन सौ लोगों एक दिन में मौत हो गई। एक हजार से अधिक लोग बीमार हो गए। यह सिर्फ फेक न्यूज के कारण हुआ। इस लिए जरूरी है, आप ऐसे मैसेज से बचें।