बक्सर खबर। आज सोमवार को अक्षय नवमी की तिथि थी। आज के दिन किए गए हर शुभ कार्य का फल अक्षय होता है। आज गुप्त दान का विधान है। आंवला जो धातृ फल देने वाला वृक्ष है। उसको जल देने, उसका पूजन करने एवं उसकी छाया में बैठक भोजन बनाने और खाने का पारंपरिक चलन है। जिसका निर्वहन करते बहुत से परिवार दिखे।
हालांकि यह संस्कृति हैपी न्यू इयर का पिकनिक मनाने वालों के समक्ष कमजोर पड़ रही है। बावजूद इसके बहुत से लोगों ने उस वृक्ष को नमन किया, अपनी संस्कृति से रुबरू हुए। उन्होंने जाना भारतीय संस्कृति में उस हर वृक्ष की पूजा होती है। जो मानव के लिए विशेष फल देने वाला है। वैसे इस वृक्ष का पौराणिक महत्व बहुत ही खास है। भगवान विष्णु का इसमें निवास बताया गया है।