बक्सर खबर। सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी कैसी ड्यूटी बजा रहे हैं। इसका एक और उद्धाहरण गुरुवार को सामने आया। राजपुर प्रखंड के मड़नियां गांव निवासी रामेश्वर पांडेय का पुत्र काल के गाल में समा गया। उसके पिता रामेश्वर ने बताया बेटे को सांप ने डस लिया था। बुधवार को हम लोग उसे सदर अस्पताल ले गए। मौजूद चिकित्सक ने चार दवाएं लिखी। एक अस्पताल में मिली। तीन अन्य मैं बाहर से ले आया।
पर्चा लिखने के साथ ही उसे पीएमसीएच के लिए रेफर कर दिया। दवा के इंजेक्शन दिए गए। गरीब परिवार उसे लेकर पटना नहीं जा पाया। बेटे को सांप ने काटा है तो किसी दूसरे डाक्टर से परामर्श ले लिया जाए। इस बीच पता चला जिस किशोर को सांप ने काटा है। उसे तो एंटी वेनम सुई दी ही नहीं गई। लेकिन, यह पता चलते-चलते बहुत देर हो चुकी थी। प्रिंस राज पांडेय सदा के लिए अपनी आंखे बंद कर चुका था।
कौन था ड्यूटी पर पता नहीं
बक्सर। बुधवार को जब प्रिंस राज के परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे तो कौन चिकित्सक ड्यूटी पर थे। यह पता लगाने के लिए रामजी सिंह व कुछ अन्य युवकों ने अस्पताल के प्रबंधक से संपर्क साधा। लेकिन उसका जवाब नहीं मिला। यह जरुर कहा गया अस्पताल में एंटी वेनम सुई उपलब्ध है। लेकिन उसे तभी मरीज को दिया जाता है। जब यह तय हो जाए कि उसे सांप ने की काटा है। पीडि़त परिवार की शिकायत लेकर बक्सर खबर के पास पहुंचे रामजी सिंह ने बताया हमने कई चिकित्सकों से संपर्क किया। सबने यही बताया इस पर्चे पर जहर निरोधी सुई नहीं लिखी गई। यह हाल है सदर अस्पताल का।
आज हुआ गंगा में शव प्रवाहित
बक्सर। दुखी परिजन गुरुवार को प्रिंस का शव लेकर गंगा घाट पहुंचे। अंतिम संस्कार की परंपरा पूरी कर उसके शव को केले के डंठल पर बांध कर पानी में प्रवाहित कर दिया गया। परिजनों ने बताया पन्द्रह वर्षीय प्रिंस नौवीं कक्षा का छात्र था। उसके पिता यहीं बक्सर में रहकर आटो चलाते हैं। पिता और पुत्र बुधवार को अपने गांव गए थे। वहां पंडितपुर नहर के पास उन्होंने किराए पर खेत लिया था। वहीं पर काम करने के दौरान सांप ने उसे डस लिया। वह अपने पिता का इकलौता पुत्र था। जिसके शव को देख पिता और परिजन को जैसे काठ मार गया था।
एसडीओ ने सूनी फरियाद
बक्सर। गरीब परिवार की दर्द भरी कहानी सुन सबकी आंखे नम हो गई। आटो चलाकर जीवन यापन करने वाले रामेश्वर पांडेय की अर्जी लेकर जब रामजी सिंह ने सदर एसडीओ के के उपाध्याय का दरवाजा खटखटाया तो उन्होंने कहा बीस हजार रुपये की मदद करने का आश्वासन दिया। साथ ही संबंधित राजपुर प्रखंड के बीडीओ को उन्होंने सूचना दी। पीडि़त परिवार को पारिवारिक लाभ योजना के तहत मदद उपलब्ध कराई जाएगी।