बक्सर खबर। खूंटी यादव का घायल बेटा यशवंत कुमार वाराणसी से गांव लौट आया है। शनिवार की रात दस बजे के लगभग वह प्राइवेट वाहन से गांव पहुंचा। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस उसके गांव लालगंज पहुंच गई है। मौके पर नगर थाना के अलावा मुफस्सिल की टीम भी निगरानी रखे हुए है। सूत्रों के अनुसार पिछले एक घंटे से पुलिस पदाधिकारी वहां पहुंचे हैं। बातचीत का क्रम जारी है। लेकिन, उसने अभी तक अपना बयान कलमबंद नहीं करवाया है।
पुलिस के अनुसार उसे कंधे में गोली लगी थी। वह घटना का इकलौता चश्मदीद गवाह है। जिसने अपराधियों को गोली मारते देखा था। इस लिए उसका बयान ही प्राथमिकी का मुख्य आधार है। वह किस पर आरोप लगाता है। यह बात देखने वाली होगी। संभवत रविवार की सुबह तक पुलिस को इंतजार करना पड़ सकता है। क्योंकि रात भी बहुत हो चुकी है और यशवंत घायल भी है। ऐसे में उसे परेशान करना उचित नहीं। सुरक्षा के लिए लिहाज से लालगंज में पुलिस की एक टुकड़ी कैंप कर रही है।
खूंटी यादव की भाभी थी नदांव की मुखिया
बक्सर। शुक्रवार को खूंटी यादव की हत्या के बाद जो खबरें आई उसमें पता चला कि वह नदांव पंचायत के पूर्व मुखिया थे। लेकिन शनिवार को उसके जानने वालों ने बताया खूंटी की भाभी शांती देवी मुखिया थी। पहली पर 2009 में वह उप चुनाव के दौरान मुखिया बनी थी। वर्ष 2011 में खूंटी यादव ने उन्हें दुबारा चुनाव मैदान में उतारा। एक बार पुन: वह निर्वाचित हुई। खूंटी के बड़े भाई का पूर्व में निधन हो चुका है। इस लिए भाभी का पूरा कार्य वहीं देखते थे। इस वजह से आम लोगों में यही अवधारणा थी कि खूंटी ही मुखिया थे।