-किला मैदान में टेली फिल्म और चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से पूरे जिले का किया अवलोकन
बक्सर खबर। तीर्थयात्रा पर बक्सर पहुंचे दर्शनार्थियों का यहां भव्य स्वागत हुआ। सुबह नौ बजे स्टेशन पर उनकी ट्रेन पहुंची। यहां फूलों से उनका स्वागत हुआ। इसके उपरांत उनकी टोली सर्व प्रथम भगवान वामन के जन्म स्थान को देखने पहुंचे। आने वाले यात्री तीमल और कन्नड़ भाषा जानने वाले थे। उनकी सहायता के लिए यहां उस भाषा के जानकार को बुलाया गया था। जिन्होंने यात्रियों को इसकी जानकारी दी।
इसके बाद दक्षिण भारतीय पद्धती से बने नौलखा मंदिर गए। वहां उनको अपनेपन का एहसास हुआ। क्योंकि जिले का वह इकलौता मंदिर है। जहां दक्षिण भारतीय पुजारी भी मौजूद हैं। इसके उपरांत महर्षी विश्वामित्र के आश्रम के रुप में विख्यात रामचबुतरा के दर्शन किए। वहां से पैदल ही उनकी टोली नाथ मंदिर पहुंची। वहां दर्शन के उपरांत वे बसाव मठ पहुंचे। जहां विश्राम कुंड का दर्शन उन्होंने किया। यहां उनके विश्राम और भोजन का भी इंतजाम था।
इसके उपरांत किला मैदान गए। जहां टेली फिल्म के माध्यम से बक्सर के अध्यात्मिक महत्व के बारे में उन्होंने जाना। यहां चित्र प्रदर्शनी भी लगायी गई थी। जिसमें बक्सर के सभी दर्शनीय स्थल, संत, महात्मा, पंचकोश मेला, वामन द्वादशी, पुरातात्विक महत्व की तस्वीरों को एक जगह संजोया गया था। यहां से वे रामरेखा घाट गए। जहां भगवान राम द्वारा स्थापित रामेश्वर मंदिर में उन्होंने दर्शन पूजन किया।
इसके उपरांत उनकी टोली वेदशिरा आश्रम पहुंची। वहां से दर्शन के उपरांत वे ट्रेन में सफर करते हुए ब्रह्मपुर पहुंचे। यहां प्रशासन ने उनके स्वागत और सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किया था। डीडीसी अरविंद कुमार, एसडीओ केके उपाध्याय, उप निर्वाचन अधिकारी आशुतोष राय, डीएसपी सतीश कुमार, नगर कोतवाल रंजीत कुमार समेत सभी प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद रहे।
ब्रह्मेश्वर नाथ का किया दर्शन, गंगा आरती का हुआ आयोजन
बक्सर खबर। तीर्थ यात्रियों का कार्यक्रम पूर्व से निर्धारित था। रघुनाथपुर स्टेशन पर शाम साढ़े छह बजे उनकी ट्रेन पहुंची। वहां बस से यात्रियों को ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर ले जाया गया। मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। तीर्थयात्रियों ने दर्शन पूजन के उपरांत तालाब के पास आयोजित गंगा आरती का आनंद लिया। इस दौरान हल्की बारिश भी हुई। लेकिन, किसी ने अपना स्थान नहीं छोड़ा।
यहां डुमरांव एसडीओ हरेन्द्र राम व डीएसपी केके सिंह विधि व्यवस्था का जिम्मा संभाल रखा था। फिर सभी तीर्थयात्रियों को पुन: रघुनाथपुर स्टेशन पहुंचाया गया। जहां से वे ट्रेन द्वारा आगे प्रस्थान कर गए। अपने जिले में उनका प्रवास बारह घंटे का रहा। सभी ने यहां से विदा होते वक्त कहा। यहां का स्वागत देख हम खुश है। पूरी यात्रा के दौरान सांसद सह मंत्री अश्विनी चौबे मौजूद रहे। उनके साथ लोगों यात्रियों ने खुब सेल्फी ली।