बक्सर खबर। राजपुर पुलिस ने शराब पी कर उत्पात मचाने वाले मुखिया प्रतिनिधि को क्या पकड़ा। उसका दाव उल्टा पड़ गया। बारुपुर के मुखिया प्रतिनिधि कामेश्वर यादव को जेल में डाला गया। तो उसके समर्थकों ने भलुहां गांव में सड़क जाम कर दिया। जिसका नेतृत्व बारुपुर पंचायत के बीडीसी अली शेर शाह कर रहा था। जो खुद कई मामलों का अभियुक्त है। लेकिन, पुलिस ने उसे खुला छोड़ रखा था। पुलिस जब जाम छुड़वाने पहुंची तो जाम कर रहे लोगों ने कामेश्वर यादव को छोडऩे की मांग की। लेकिन, पुलिस ने ऐसा करने से मना कर दिया। स्थिति विकट हुई तो वहां डीएसपी सतीश कुमार भी पहुंचे।
इसी बीच उप्रदवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने जहां-तहां छिपकर अपनी रक्षा की। लेकिन उपद्रवी जाम में फंसे वाहनों को नुकसान पहुंचाना शुरू किया। यह देख पुलिस ने उन सबको खदेडऩा शुरू किया। इसी बीच कुछ उपद्रवी गोलियां चलाने लगे। स्थिति विस्फोटक होते देख पुलिस को भी गोली चलानी पड़ी। यह पूरा घटना क्रम इतना विस्फोटक था कि भलुहां गांव के लोग अपने घरों में जा दुबके। रात आठ बजे जाम समाप्त हुआ और वहां से भीड़ छटी। पूछने पर पुलिस कप्तान उपेन्द्र नाथ वर्मा ने कहा दोनों तरफ से गोली चली है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
पहले भी रोड जाम में छूटा था कामेश्वर यादव
बक्सर खबर। बारुपुर पंचायत की मुखिया दीपक देवी के ससुर कामेश्वर यादव द्वारा प्रशासन के साथ मारपीट का यह नया मामला नहीं है। इसी वर्ष उसने प्रखंड कार्यालय में ही पंचायत सचिव और विकास मित्र के साथ मारपीट की थी। उस समय भी उसका साथ बीडीसी अली शेर साह ने दिया था। दोनों को गिरफ्तार किया गया। रात भर थाने में रखने के बाद अगले दिन सड़क जाम का ड्रामा हुआ। तब थानेदार ने उनको थाने से छोड़ दिया। साथ ही एससीएसटी एक्ट में दर्ज मुकदमा विकास मित्र को बुलाकर वापस करा दिया गया। पिछली बार जाम लगा छूटने वाले कामेश्वर यादव ने इस बार भी वही खेल खेला। लेकिन, इस बार विवाद विस्फोटक हो गया।