जाति सूचक शब्दों में दी गाली, पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल
बक्सर खबर। डुमरांव पुलिस ने बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तीन छात्रों को पीट दिया। यही नहीं एक दलित छात्र नेता पर थाना परिसर में जाति सूचक टिप्पणी भी की। पिटने वाले छात्र नेताओं में परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता सह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के छात्र संघ के निर्वाचित कोषाध्यक्ष संटू मित्रा के साथ ही लक्ष्मण कुमार राम व मंटू यादव शामिल है। इस घटना से आक्रोशित परिषद नेताओं ने डुमरांव एसडीपीओ केके सिंह को शिकायत सौंप डुमरांव थाने के एसआई श्यामलाल कुमार पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। परिषद ने कहा कि यदि एसआई पर कानूनी कार्रवाई नहीं होगी तो परिषद उग्र आंदोलन करेगी।
एसडीपीओ को दिये आवेदन में संटू ने बताया है कि वह बाजार से घर जा रहे थे। निशा नगर मोड़ के पास एसआई श्यामलाल कुमार मेरी चलती बाइक का हैंडल पकड़ लिये जिससे मैं सड़क पर गिर पड़ा। जब मैने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों किये तो उन्होंने गंदी-गंदी गालियां देते हुए मुझे केहुनी व चेहरे पर मुक्के से मारने लगे। जिससे चश्मा टूट गया तथा आंख, नाक व गले जैसे नाजूक अंगों पर गंभीर चोटे आई है। इसके बाद एसआई ने संटू को डुमरांव थाने में बंद कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही परिषद कार्यकर्ता लक्ष्मण कुमार राम थाना पहुंचे। एसआई ने उसकी जाति पूछी तथा जाति सूचक टिप्पणी करते हुए मारने लगे। मोबाईल छिनकर पटक दिया जो टूट गया। लक्ष्मण ने बताया है कि उस वक्त थाना परिसर में नगर परिषद के प्रतिनिधियों के साथ ही कई सामाजिक कार्यकर्ता थे। इसके बाद परिषद कार्यकर्ता मंटू यादव थाना पहुंचे तो उन्हें भी मारा-पीटा गया।
सभी को झूठे केसे में फंसाने की धमकी दी गई। इस संबंध में परिषद ने डुमरांव एसडीपीओ से मिल घटना की जानकारी देते हुए दोषी एसआई पर कार्रवाई की मांग की है। परिषद ने इसके साथ ही बक्सर एसपी, पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस महानिदेशक को भी आवेदन दे न्याय की गुहार लगाई है। गुहार लगाने वालों में परिषद के विभाग संयोजक दीपक कुमार यादव, रोहित तिवारी, बाबूलाल, रौशन, बलेश्वर, सुधांशु, राकेश सिंह, रितीक, अमृतांशु आदि परिषद कार्यकर्ताओं के साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता रवि सिंह शामिल है। इस विवाद ने पुलिस की निष्पक्षता पर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।