बक्सर खबर: सोमवार को शादीशुदा महिला रोते विलखते देखी गई। जिसके बाद यात्रियों ने जीआरपी को सूचना दी। मौके पर पहुंचे जीआरपी के ने कारण पूछा तो महिला बातों को सुनकर जीआरपी पुलिस भी कुछ देर के लिए दंग रह गई। पीड़िता बताया कि उसके ससुराल वाले एक महीने से उसका अपहरण कर एक अंधेरा कमरे में रखे थे। रेलवे टैªक पर उसे टेªन के सामने फेकने की तैयारी में थे। वह मौका देख चंगुल से भाग निकली। जीआरपी ने युवती के परिजनों तक सूचना पहुंचाने के लिए यात्री कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह को सूचना दी गई। रवि के प्रयास से करीब तीन घंटे बाद उसकी मां आई तथा युवती को लेकर अपने घर गई।
जीआरपी को आपबीती सुनाने वाली युवती सिमरी थाना क्षेत्र के स्थानीय दुधीपट्टी गांव निवासी रानी देवी पिता स्व. ब्रह्मेश्वर यादव थी। उसने बताया कि 24 मई 2012 को उसकी शादी सिमरी थाना क्षेत्र के ही मुकंुदपुर गांव निवासी कपिलमुनी यादव के पुत्र ओमप्रकाश यादव के साथ हुआ था। लेकिन शादी के बाद से उसके ससुराल वाले दहेज में मोटरसाईकिल की मांग पर हमेशा प्रताड़ित करते थे। कई बार इसके लिए पंचायती भी हुआ। लेकिन इसका कुछ भी असर नहीं हुआ। 26 अगस्त महिला को घर से गायब थी। मां ने बेटी के गायब होने के बाद सिमरी थाना में उसके ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना की एफआईआर दर्ज करा दी थी।