बक्सर खबर: मुरार थाना क्षेत्र इलाके में अक्सर शराब तस्करी और निर्माण की शिकायत मिलती रही है। थानाध्यक्ष के मिली भगत से शराब कारोबार चरम पर है। जिसका प्रमाण सोमवार दोपहर मिला। जब थाने से महज ढ़ाई किलोमीटर की दूरी पर एक बार फिर उत्पाद विभाग ने अवैध महुआ शराब निर्माण का भंड़ाफोड़ किया। जिसमें दो हजार लीटर अर्द्धनिर्मित शराब बरामद हुई है। वहीं लगभग 50 लीटर के साथ भुअर यादव पिता स्वर्गीय बबन यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया । यह कार्रवाई उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर सुदेश्वर लाल के नेतृत्व में मुरार थाना के सहयोग से हुआ। ज्ञात हो चैगाई दलीत बस्ती में उत्पाद विभाग के द्वारा दस फरवरी को छापेमारी की गई थी जिसमेें बारह हजार लीटर शराब नष्ट तो किया गया था परन्तु अज्ञात पर एफआईआर कर फाइल बंद कर दी गई। नाम न छापने के शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि शाम होते ही बस्ती के बाहर से गुजरना मुश्किल हो जाता है।
क्योंकि डब्बे में सड़क के किनारे देशी शराब लेकर बैठ जाते है। नशे में अभद्र भाषा बोलते रहते है। जिससे महिलाओं को निकलाना मुश्किल हो जाता है। इसकी शिकायत दर्जनों बार थानेदार से की जाती रही है। उम्मीद उस समय टूट जाती है जब तस्कर थाने में कुर्सी पर बैठे मिलते है। ऐसा नही थानेदार महोदय कुछ नही जानते है। परन्तु सब सेटिंग है। पुलिस ने पिछले दो माह में फफदर, चैगाई, मुरार समेत कई गांवों में शराब बरामद तो हुई परन्तु तस्कर अभी पुलिस के हत्थे नही चढ़े। जो मुरार पुलिस के लिए बड़ा सवाल करता है। मई 2018 में मनोज सोनवर्षा ओपी प्रभारी थे। इन पर पैसे लेकर पकड़े गये तस्कर की बाइक छोड़ने का आरोप लग लगा था। जिसकी जांच डुमरांव एसडीपीओं केके सिंह के नेतृत्व में जांच टीम बनाई गई थी। जिसमें संदिग्ध पाए गये थे। इसके बाद त्तकालीन एसपी राकेश कुमार ने सस्पेंड कर दिए थे।