बक्सर खबर । जि़ले में विद्युत आपूर्ति में सुधार लाने हेतु वितरण प्रणाली में 5 गुना बढ़ोतरी की जायेगी। साउथ बिहार पावर कम्पनी लि. के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज रविवार को बताया कि एक साल पूर्व तक जि़ले के विद्युत आपूर्ति की क्षमता 40 एम वी की थी जिसे बढ़ाकर 120 एम वी की जा रही हैं। फिलहाल 70 एम वी की क्षमता है । एक 50 एम वी का नया ट्रांसफार्मर ग्रिड में लगाया जा रहा है ताकि जि़ले को आवश्यकता से अधिक आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। इससे विद्युत आपूर्ति की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। किसी इमरजेंसी में भी लोड शेडिंग नहीं करनी होगी।
अधिकारी ने बताया कि नवरात्र की रात में 50 एम वी का ट्रांसफॉर्मर ट्रिप होने से महज 40 एम वी के ट्रांसफार्मर से शहर को रोएस्टेरिंग कर विद्युत आपूर्ति की गई हैं।
डुमराँव में 220 के वी ए का नया ग्रिड अगले वर्ष तैयार हो जाएगा। उसके निर्माण का कार्य जारी है। जिससे जि़ले में विद्युत आपूर्ति में और सुधार लाया जा सकेगा। संचरण लाइनों का भी विकास किया जाएगा ताकि डिहरी ग्रिड के अलावे अन्य ग्रिड जैसे आरा से भी विद्युत आपूर्ति की जा सके। अभी फिलहाल डिहरी ग्रिड से ही बक्सर को आपूर्ति होती है। अन्य सभी जिलों में दो तरफ से आपूर्ति की व्यवस्था है। लेकिन बक्सर इससे अछूता है। अगर एक लाइन में खराबी आ जाए तो यहां की बिजली ठप हो जाती है। डुमरांव का ग्रिड जब काम करने लगेगा। उसे आरा से जोडऩे का प्रस्ताव है। तब इस जिले को दो तरफ से आपूर्ति संभव हो जाएगी। इससे किसी भी आपात स्थिति से निपटने में सहायता मिलेगी।
बक्सर में महज एक ग्रिड
बक्सर : बक्सर अनुमंडल में विद्युत की आपूर्ति अक्सर बाधित हो जाती है। इसका मुख्य कारण यहां इकलौते ग्रिड का होना है। जो इटाढ़ी में स्थित है। यहां पावर सब स्टेशनों की भी बहुत कमी है। वहीं पड़ोस के कैमुर जिले में मोहनिया अनुमंडल में छह ग्रिड हैं। जबकि बक्सर अनुमंडल में एक। पिछले सत्र में यहां के सांसद रहे जगदानंद सिंह ने अपने गृह अनुमंडल को प्रमुखता दी। जिसके कारण ऐसी विसंगति पैदा हुई। लेकिन अब डुमरांव का पुराना ग्रिड अब उच्च क्षमता का बन रहा है। उसके बन जाने के बाद जिले में विद्युत आपूर्ति में काफी सुधार होगा।