बक्सर खबर। एक साल से लगातार हर रविवार गरीब व असहाय लोगों को भोजन देने का काम अंत्योदय की टीम कर रही है। आज 52 वें रविवार को शहर के नाथ घाट पर झोपड़ी में जीवन बसर करने वाले लोगों के बीच भोजन के पैकेट का वितरण किया गया। इस अभियान से जुड़े युवाओं की तारीफ हर तरफ हो रही है। लेकिन, इस समस्या से निजात कैसे मिले। इस पर भी चर्चा आम है। इस अभियान के संयोजक व सामाजिक संगठन आंदोलन के अध्यक्ष गिट्टू तिवारी ने कहा कि गरीबी हमारे समाज पर एक कलंक है। संसार में ऐसा कोई देश नहीं होगा जो इस अभिशाप से बिल्कुल मुक्त हो।
गरीबी का अर्थ ऐसे आदमी से है जो अपनी रोजी -रोटी और रहने के लिए घर नहीं जुटा पाता ऐसे लोग गरीबी की श्रेणी में आते हैं। गरीब लोग चाहकर भी अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में असमर्थ होते हैं। जिस कारण उन्हें मजबूर होकर अपने बच्चों को अपने साथ काम पर लगाना पड़ता है। इस वजह से बाल मजदूरी को बढ़ावा मिलता है। भारत में अनाज के भंडार भरे पड़े रहते हैं जिस कारण रोजाना लाखों लोग भूखे पेट सोने के लिए मजबूर हैं। इसके लिए समुचित और सार्थक प्रयास होना चाहिए। आज के अभियान के दौरान शिक्षक राम बिहारी सिंह, आदित्य कुमार, विवेक सिंह, हिमांशु यादव, अमृत गुप्ता, संजीत कुमार,अंकित राय, कृष्णा कुमार, विवेक कश्यप, जेपी गुप्ता ने सहयोग किया।