बक्सर खबर। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का आज सोमवार की सुबह निधन हो गया। उन्हें इस माह की 9 तारीख को उपचार के लिए कोलकत्ता के अस्पताल में दाखिल किया गया था। उनका स्वास्थ्य पिछले बहुत दिनों से खराब था। हाल ही अस्पताल से छुट्टी मिली थी। नौ तारीख को दुबारा उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया। 89 वर्ष के सोमनाथ चटर्जी का डायलिसिस चल रहा था। इसी दौरान हार्ट अटैक आने से उनकी मौत हो गयी। उनकी मृत्यु पर राष्ट्रपति रामनाथ कोबिद, प्रधान मंत्री सहित अनेक लोगों ने गहरा दुख प्रकट किया है।
पाठक यह जान लें कि कोलकत्ता के रहने वाले चटर्जी दस बार सांसद रहे हैं। 1984 में वे जाधवपुर लोकसभा सीट से ममता बनर्जी के मुकाबले एक बार चुनाव हारे। पुन: अगले चुनाव में फिर जीते। 1996 में उन्हें उत्कृष्ट सांसद का पुरस्कार दिया गया था। वर्ष 2008 में लोकसभा अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने अमेरिका के साथ हुए परमाणु करार पर कांग्रेस का साथ दिया था। वे 40 वर्ष से माकपा के साथ थे। लेकिन, उनकी पार्टी ने इस बील के खिलाफ कांग्रेस से समर्थन वापस ले लिया था। साथ ही उन्हें भी त्यागपत्र देने की बात कहीं। लेकिन वे अध्यक्ष होने के कारण तटस्थ रहे। इस वजह से माकपा ने उन्हें 23 जुलाई 2008 को पार्टी से निकाल दिया था। ऐसे जीवट व्यक्तित्व के धनी चटर्जी के निधन पर सभी दलों ने गहरा शोक जताया है।