सटीक और व्यवस्थित सांख्यिकी डाटा कृषि क्षेत्र के विकास की कुंजी है: एडीएम कुमारी अनुपम

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जिला स्तरीय कृषि सांख्यिकी आवृत्तिचर्या सह प्रशिक्षण का सफल आयोजन                                             बक्सर खबर। समाहरणालय परिसर स्थित सभाकक्ष में सोमवार को कृषि वर्ष 2024-25 के रबी मौसम अंतर्गत कृषि सांख्यिकी संबंधी एकदिवसीय जिला स्तरीय आवृत्तिचर्या सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर समाहर्ता कुमारी अनुपम सिंह ने की। इस अवसर पर उन्होंने कृषि सांख्यिकी की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सटीक और व्यवस्थित सांख्यिकी डाटा कृषि क्षेत्र के विकास की कुंजी है। उन्होंने फसल उत्पादन और भूमि उपयोग से संबंधित आंकड़ों के सटीक संग्रहण एवं विश्लेषण पर जोर दिया, जो नीति-निर्माण में सहायक सिद्ध होगा।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि सांख्यिकी से संबंधित निम्नलिखित विषयों पर गहन चर्चा एवं जानकारी प्रदान की गई। फसल काटने के प्रयोग- फसलों की उपज और उत्पादन के सटीक आंकड़े एकत्रित करने की प्रक्रिया। द्रुत जिन्सवार एवं सामान्य जिन्सवार डेटा संग्रहण- विभिन्न फसलों का वर्गीकरण और संबंधित आंकड़ों का संग्रहण। खेसरा पंजी संधारण- भूमि रजिस्टर में अद्यतन जानकारी बनाए रखने की प्रक्रिया। भूमि उपयोग विवरणी- भूमि के विविध उपयोगों का विश्लेषण और रिपोर्टिंग। प्रक्षेत्र मूल्यांकन- खेतों की स्थिति का मूल्यांकन और इससे जुड़े आंकड़े। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य जिला स्तर पर कृषि सांख्यिकी से जुड़े कार्यों में समन्वय स्थापित करना और आंकड़ों के संग्रहण, विश्लेषण, तथा रिपोर्टिंग को अधिक सक्षम और सटीक बनाना था। कार्यक्रम में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी, और कर्मी उपस्थित रहे। सभी ने प्रशिक्षण के दौरान अपने अनुभव साझा किए और कृषि सांख्यिकी कार्यों को अधिक प्रभावी और सटीक बनाने के लिए सुझाव दिए। कार्यक्रम के अंत में अपर समाहर्ता ने सभी अधिकारियों और कर्मियों को निर्देशित किया कि वे कृषि सांख्यिकी से जुड़े कार्यों में संपूर्ण समर्पण और सटीकता का परिचय दें। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास और किसानों की समृद्धि के लिए सांख्यिकी का उचित उपयोग अनिवार्य है।

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