बक्सर खबर। होली के बाद पडऩे वाले पहले मंगलवार को शहर में महावीरी पूजा का झंडा निकलता है। यह परंपरा बहुत पुरानी है। इस वर्ष आदर्श आचार संहिता लागू है। ऐसे में प्रशासन की जिम्मेवारी कुछ ज्यादा ही बढ़ गयी है। इस लिए सदर एसडीओ कृष्ण कुमार उपाध्याय और डीएसपी सतीश कुमार ने सभी अखाड़ों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। रविवार को एकत्र हुए लोगों को एसडीओ ने बताया आप त्योहार को आनंद के माहौल में मनाए। इस दौरान एक बात का ध्यान रखें हथियारों का प्रदर्शन न हो। न ही पूजा के दौरान डीजे बजाया जाए। अगर माइक का प्रयोग होता है तो रात दस बजे के बाद उसे हर हाल में बंद करना होगा। इस दौरान शहर में हर चौक-चौराहे पर पुलिस टीम और मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार शहर के सभी 28 अखाड़ों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया था। जिनके साथ शांति समिति की बैठक हुई। उनसे सुझाव लिए गए और कुछ प्रशासनिक हिदायतों से अवगत कराया गया। राजनीतिक दलों के प्रचार-प्रसार से संबंधित बैनर, झंडा ,पोस्टर अथवा नारा इत्यादि भी नहीं लगाया जाना है। आदर्श आचार संहिता का अक्षरश: पालन किया जाना है। एसडीपीओ ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सभी अखाड़े बिना लाइसेंस के जुलूस नहीं निकाल सकेंगे। जिन अखाड़ों द्वारा जुलूस नहीं निकाला जाता है, उन्हें भी लाइसेंस की आवश्यकता होगी क्योंकि जिले में धारा 144 प्रभावी है। बैठक के दौरान बीडीओ रोहित कुमार मिश्रा, नगर कार्यपालक पदाधिकारी, नगर थानाध्यक्ष, ट्रैफिक इंचार्ज, दिनेश जायसवाल, श्रवण कुमार तिवारी, समाजसेविका लता श्रीवास्तव, अरविंद सिंह तथा हामिद अंसारी समेत विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।