-ग्राम रक्षा समिति ने दिया धरना, सौंपा पांच सूत्री मांगपत्र
बक्सर खबर। रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र को प्रस्ताव भेजा है। लेकिन, अब इसका विरोध शुरू हो गया है। बुधवार को ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों ने स्टेशन पर धरना दिया। जानकारी के अनुसार पिछले माह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस स्टेशन का नाम ब्रह्मपुर धाम करने की बात कही थी। मंत्रिमंडल द्वारा इसका प्रस्ताव भी रेल मंत्रालय को भेजा गया था। जिस पर अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी करते हुए रेलवे ने रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेज दी है।
यह खबर मीडिया में आने के बाद रघुनाथपुर के लोगों ने राज्य सरकार के निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है। धरना देने वालों ने कहा कि हम इसका नाम नहीं बदलने देंगे। समिति के अध्यक्ष सर्वेश सिंह का कहना है कि सरकार द्वारा रघुनाथपुर के नाम को बदलने का तुगलकी फरमान को हम सभी ग्राम वासी कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके लिए चाहे हमे अपने प्राणों की आहुति ही क्यों न देनी पड़े। इसके लिए भी हम सभी पीछे नहीं हटेंगे। समिति के सचिव शैलेश ओझा ने कहा कि बनारस के बाद अगर तुलसी दास जी का कोई जगह पसंद थी तो वह था रघुनाथपुर। उन्होंने ने ही इस जगह का नामकरण किया था। राम चरित मानस की रचना दौरान कई चौपाइयों को यहीं लिखा गया गयाा।
सरकार द्वारा रघुनाथपुर का नाम बदलने का मतलब है यहां के इतिहास को बदलना। जो हम ग्राम वासियों को स्वीकार्य नहीं है। धरने के उपरांत स्टेशन मास्टर को मांग पत्र सौंपा गया। जिसमें ट्रेनों का ठहराव बढ़ाने, प्लेटफार्म संख्या तीन से चार तक जाने के लिए फुट ओवर ब्रिज का निर्माण, आरक्षण व सामान्य टिकट काउंटर को अलग करने तथा यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की मांग की गई है। धरना कार्यक्रम में शकील अहमद, प्रभु मिश्र, अक्षय लाल राऊत, मुहम्मद मुस्तफा, आकाश मिश्र, गुड्डू पांडे, दाऊ सिंह, राकेश कश्यप, मनीष भारद्वाज, ललन मिश्र तथा यात्री कल्याण समिति के सुधीर सिंह व कृष्ण बिहारी चौबे आदि उपस्थित रहे।