– वस्त्र मंत्रालय की टीम को करेंग लीड, बतौर अभिनेता बनाई पहचान
बक्सर खबर। जब कोई अपना अच्छा काम करता है। अथवा देश के सर्वोच्च समारोह में शामिल होता है। तो सबसे ज्यादा खुशी अपनों को होती है। बक्सर के युवाओं और खासकर बक्सर के कुल्हडियां के लोगों के लिए यह गौरव का क्षण होगा। क्योंकि गणतंत्र दिवस की परेड़ में बक्सर के रहने वाले अरविंद कुमार गुप्ता वस्त्र मंत्रालय की झांकी को लीड करेंगे। इस सिलसिले में उनके बात हुई तो पता चला। उनकी टीम ने आज रविवार को राजपथ पर अभ्यास किया।
सदर प्रखंड के बक्सर, कुल्हड़िया ग्राम के निवासी रमेश चंद गुप्ता के बेटे अरविंद कुमार राजपथ पर वस्त्र मंत्रालय की झांकी का नेतृत्व करेंगे। इस वर्ष आज़ादी का अमृतमहोत्सव के अवसर पर कलाकार अलग अलग राज्य के परिधान को प्रदर्शित करेंगे। झांकी के अग्र भाग में रॉकेट रूपी चरखा दिखाया गया है। दूसरे भाग में हथकरघा मशीन को दिखाया गया है। अंत मे आधुनिक मशीन पर पी पी किट पहने अरविंद कुमार कपड़ा बनाने की मशीन को चलाते दिखेंगे। झांकी के पिछले भाग में कपड़ा बनाने की आधुनिकरण परिलक्षित होती है।
अरविंद कुमार रोहतक स्थित पंडित लक्ष्मी चंद स्टेट यूनिवर्सिटी परफार्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स से अभिनय अंतिम वर्ष के छात्र हैं। पांचवी कक्षा तक बक्सर गांव में पढ़ाई करने के बाद दादा जी ने बड़े भाई दशरथ गुप्ता के साथ आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए दिल्ली भेज दिया। जिसके बाद आगे की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने बताया मुझे बहुत कम उम्र से ही रंगमंच से लगाव पैदा हुआ और इस वर्ष वस्त्र मंत्रालय की झांकी में शामिल होने वाले कलाकार को कोरियोग्राफ करने का मौका मिला है। साथ ही गणतंत्र दिवस समारोह के बाद प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, रक्षामंत्री जी से सम्मानित होंगे व इनके साथ भोजन पर भी आमन्त्रित होंगे।
क्या है उनका लक्ष्य
बक्सर खबर। आपका लक्ष्य क्या है? पूछने पर उन्होंने कहा मेरा सपना है संस्कृति मंत्रालय में कार्यरत होना। नवोदित कलाकारो तैयार कर उन्हें राष्ट्रहित में काम करने का जज्बा पैदा करना है। गांव में प्रतिभा की कमी नही है। बस युवाओं को सही दिशा मिलना जरूरी है। अभिभावक अपने बच्चो को उनकी पसंद के अनुसार कैरिएर चुनने में मदद करना चाहिए। मैं अपना काम दिल से करता हुं। इस पूरे विषय पर दादा राम कृपाल साहू जी ने विडियो कॉल के माध्यम से बात हुई व ढेर सारा आशीर्वाद दिया। मैं इस दिशा में अपने दादा जी, पिता रमेश चंद गुप्ता, माता दुर्गा देवी, के आशीर्वाद से आगे बढ़ रहा हूं।