-पूर्णिमा तिथि को लेकर ऊहापोह कायम
बक्सर खबर। रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह तिथि 11 अगस्त को जुट रही है। लेकिन, भद्रा होने की वजह से लोग शुभ कार्य करने से परहेज कर रहे हैं। क्योंकि शास्त्रीय विधान में भद्रा काल को उपयुक्त नहीं बताया गया है। इस विषय को लेकर बक्सर खबर की टीम ने ज्योतिष शास्त्र के कई जानकारों से बात की।
पंडित नरोत्तम द्विवेदी से हमने पूछा तो उन्होंने निर्णय सिंधू व कई पुस्तकों का हवाला देते हुए बताया कि 11 अगस्त को अपराह्न 4:30 से 5:42 तक एवं संध्या सायं में 8:26 से लेकर मध्य रात्रि के पहले तक रक्षाबंधन मनाया जा सकता है। हालांकि कुल लोग 12 तारीख की वकालत कर रहे हैं। पूछने पर उन्होंने कहा कि प्रात: सूर्योदय के उपरांत 144 मिनट तक पूर्णिमा तिथि का प्रभाव है। लोग चाहें तो 7:44 तक रक्षाबंधन मना सकते हैं।