आठ दिसम्बर को नया बाजार आश्रम में होगा विवाह
बक्सर खबर। शहर में मंगलवार की शाम गाजे-बाजे के साथ राम बारात निकली। जिसे देखने के लिए नर-नारी, बच्चे व बुढ़े सभी मुख्य पथ पर आ डटे थे। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो भगवान की बारात में शामिल होने का पुण्य भागी सभी लोग बनना चाह रहे थे। दोपहर दो बजे के लगभग ही नया बाजार के सीताराम विवाह आश्रम से यह बारात नगर भ्रमण के लिए निकली। शहर श्रद्धालुओं के जयकारे से गुंजायमान हो रहा था।

आश्रम में हल्दी-मटकोर की परंपरा का निभाते श्रद्धालु भक्त
बारात में ब्रह्मा जी एव शिवजी की झांकी के अलावा बड़ी संख्या में साधु-संत शामिल थे। सभी पैदल ही कई किलोमीटर तक चले और अपने आराध्य का विवाह उत्सव मनाने का आनंद ले रहे थे। नगर भ्रमण के दौरान यह बारात कुछ समय के लिए एमवी कालेज के परिसर में रुकी। जहां 52 वर्ष पहले इसकी शुरूआत हुई थी। यहां कभी खाकी बाबा का आश्रम हुआ करता था। उनके शिष्य श्रीमननारायण भक्तमाली ने इस परंपरा को जीवंत रखा।

लेकिन, लीला का स्थान बदलकर नया बाजार हो गया। अब उनके ब्रह्मलीन हो जाने के उपरांत उनके शिष्य व नया बाजार के वर्तमान महंत राजाराम दास जी इसका निर्वहन कर रहे हैं। बक्सर का राम विवाह उत्सव पूरे भारत वर्ष में ख्याती लब्ध है। यहां मोरारी बापू, रमेश भाई ओझा, श्रीकृष्ण चन्द्र शास्त्री जी जैसे राष्ट्रीय स्तर के कथावाचक अपनी कथा कहने आते रहते हैं। महंत श्री ने बताया कि आठ दिसंबर को आश्रम में भगवान की विवाह लीला संपन्न होगी। उससे ठीक एक दिन पहले बारात निकलती है।