-सात लोगों के खिलाफ दर्ज है प्राथमिकी, नहीं हुई गिरफ्तारी
बक्सर खबर। सिमरी बाजार में भवन निर्माण की सामग्री बेचने वाले व्यवसायी से इसी गांव के कुछ लोगों ने 24 फरवरी को मारपीट की थी। इस घटना में रंगदारी मांगने, रुपये लूटने और जानलेवा हमले जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। सात लोग नामजद किए गए। लेकिन, पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। इस वजह से सवाल उठ रहे हैं। मारपीट के शिकार हुए गंगासागर पांडेय की पत्नी रेणु देवी ने यह शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें मनोज पांडेय, रवि रंजन पांडेय, अमित पांडेय, राजाराम पांडेय, पंकज पांडेय, बिरज पांडेय आदि का नाम शामिल है। गंगासागर की पत्नी रुणे पांडेय के बयान पर यह प्राथमिकी दर्ज हुई है।
उनके अनुसार मनोज कुमार पांडेय ने उनके भसूर को फोन पर धमकी दी थी। 10 हजार रुपये भी मांगे थे। इसके कुछ घंटे बाद ही वे गंगासागर की दुकान पर आ धमके। मारपीट शुरू कर दी। कुछ और लोगों को भी बुला लिया। वहां से लगे सीसीटीवी में मारपीट करते लोगों की तस्वीर भी कैद हुई है। इस वजह से इस घटना का झुठलाया नहीं जा सकता। यह सभी लोग सिमरी रामोपट्टी के रहने वाले हैं। दूसरे पक्ष ने भी इसकी शिकायत पुलिस से कर रखी है। लेकिन, प्रथम पक्ष के पास वीडियो साक्ष्य है। किसी के दरवाजे पर चढ़कर जाना और जानलेवा हमला करना कानून को चुनौती देना है। बावजूद इसके आरोपियों को छूट देना पुलिस मंशा पर सवाल खड़े करता है।