बक्सर खबर : मैट्रिक की परीक्षा में शामिल छात्र प्रथम पाली समाप्त होने के बाद दोपहर पौने एक बजे इटाढ़ी रेलवे क्रासिंग पर पहुंचे। वे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गणित के पेपर को रद्द करने की मांग कर रहे थे। उनमें से कुछ ने एक दूसरे को उकसाना शुरू किया। फिर उनका पहला शिकार बना वहां स्थित मुफस्सिल थाने का पोस्ट। दूसरा नंबर रहा रेलवे केबिन का। थाने के पास रखी बाइक, बेंच, कुर्सी व बाइक सबको उन्होंने रखकर आग लगा दी।
फिर बढ़े स्टेशन के तरफ। वहां भी तांडव दिखाया। आरपीएफ, जीआरपी, स्टेशन मास्टर केबीन, पूछताछ कार्यालय, बुकिंग काउंटर, पंखे, ट्यूब लाइट, रेलवे गोदाम सबको उन्होंने नुकसान पहुंचाया और जितना होता बना नुकसान करते रहे। अधिकारी वहां तक जाने का साहस नहीं कर पा रहे थे। यह सिलसिला तीन बजे तक चला। इसके बाद डीएम और एसपी पहुंचे। तब जाकर पुलिस वालों ने थोड़ा साहस जुटाया।
सिपाहियों ने उन्हें खदेडऩा शुरु किया तो महज आधे घंटे पर पूरा स्टेशन खाली हो गया। अगर पुलिस ने पहले सक्रियता दिखाई होती तो शायद नजारा कुछ और होता। इस बीच स्टेशन पर यात्री सहमे रहे। कहीं उपद्रव करने वाले किशोर व युवा उन्हें अपना निशाना नहीं बना दे। मारे भय के स्टेशन पर बैठे यात्री कांपते रहे। यात्री हो दुकानदार सभी भाग खड़े हुए।