हिटलर के देश में भी पढ़ा-देखा जा रहा है बक्सर खबर
-प्रेम प्रकाश
यह जानकर आपको सुखद आश्चर्य होगा कि आपका न्यूज पोर्टल बक्सर खबर दुनिया के अठारह देशों में पढ़ा-देखा जाता है। जाहिर सी बात है बक्सर खबर के जो 44 हजार जिंदादिल पाठक हैं वे दुनिया के इन अठारह देशों में बसर करते हैं। यह बात न्यूज पोर्टलों की भीड़ में बक्सर खबर को अलग कर देती है और हमारी टीम को उत्साह से लबरेज भी करती है। आपको बता दें कि बक्सर खबर बक्सर, बिहार और भारत में ही नहीं दुनिया के कई ऐसे देशों में देखा-पढ़ा जा रहा है, जिसके बारे में आपने सोचा भी नहीं होगा। जी हां, बक्सर खबर फिलहाल अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, थाइलैंड, मोजांबिक, तंजानिया, सूडान, नाइजीरिया, सऊदी अरब, इराक, रूस, पोलैंड, चेक गणराज्य, जर्मनी, नीदरलैंड, यूके, पेरू, कनाडा में देखा-पढ़ा जा रहा है। अपना देश तो है ही।
बहरहाल, देशों के ये नाम हम नहीं बता रहे, बल्कि फेसबुक और गूगल बता रहा है। दुनिया के अठारह देशों तक हमारी पहुंच आप सबों की बदौलत संभव हो पाई है। आपने हम पर भरोसा जताया और हमने भी आपके भरोसे पर हर तरीके से खरा उतरने का प्रयास किया है। आपको बता दें कि बक्सर खबर इस समय बदलाव के दौर से गुजर रहा है और यह बदलाव आपको नजर भी आ रहा होगा। आश्वस्त रहिए, हम आपकी कोई उम्मीद जाया नहीं होने देंगे। खबरें वही आप तक पहुंचेंगी जो सच होंगी। न्यूज पोर्टलों की भीड़ में खबरों को ब्रेक करने की आपाधापी में बक्सर खबर नहीं शामिल है। हम तब तक खबरों की पड़ताल करते हैं जब तक सच सामने न आ जाए और इसके बाद ही आप तक पहुंचाते हैं। यही वजह है कि आज दुनिया के अठारह देशों में रहने वाले हिंदी भाषी लोग बक्सर खबर देखना पसंद करते हैं। उन्हें और आपको भी मालूम हो कि जो सच होगा, वही खबर होगी-बक्सर खबर इसी राह पर है।
it’s a very good news for us & also for our news portal buxar khabar
डृमराॅव मेरे
शुक्रवार की रात 12 बजे ट्रेन हादसा हुआ था
स्टाल ट्रेन जो पटना से आ रही थी