-विद्यालय के संस्थापक वेद मार्तण्ड विश्वनाथ सिंह सिंह की स्मृति में हुआ कार्यक्रम
बक्सर खबर। नावानगर प्रखंड क्षेत्र के दयानंद आर्य प्लस टू उच्च विद्यालय मणियां में रविवार को वेदो की ओर लौटे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन विद्यालय के संस्थापक तथा भारतीय संस्कृति के रक्षक व वेद मार्तण्ड स्व आचार्य विश्वनाथ सिंह के 36 वें स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित हुआ। कार्यक्रम स्व आचार्य के परम शिष्य हरिनारायण आर्य एवं सिद्धेश्वर शर्मा के आचार्यत्व में संपन्न किया गया। जिसकी शुरुआत अग्निहोत्र तथा वेदोपदेश से हुई। इसके बाद वकील सिंह यादव की अध्यक्षता में एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें स्व आचार्य तथा उनके सहयोगी रहे स्व आत्मा सिंह की स्मृति में दो मिनट का मौन धारण किया गया।
इसके बाद स्व आचार्य की वेदस्वरूपा चारों पुत्रियों मंजू, उषा, गीता एवं मीरा ने उपस्थित छात्रों को सद्विचार युक्त श्रेष्ठ जीवन निर्माण की अभिप्रेरणा दी। वही विद्यालय की छात्राओं ने छोटे-छोटे लेकिन प्रेरक दृश्यों की प्रस्तुति कर समाज व राष्ट्र में व्याप्त कुरीति, अंधविश्वास तथा पाखंडो पर करारा प्रहार किया। वक्ताओं ने समाज में वृद्धों के अनादर, बेटियों की चरम सीमा पर अपमान, युवाओं तथा बच्चों में नैतिक पतन पर चिंता जताई और कहा कि यदि इन कुरीतियों तथा पाखंडो से मुक्ति दिलाना है तो हमें वेदों की और लौटना होगा। वेदों की ओर लौटकर ही हम भारत को फिर से विश्व गुरु बना सकते है।
मौके पर उपस्थित डुमरांव विधायक डा अजीत कुशवाहा ने आर्य समाज के स्तंभ स्व आचार्य के उदार जीवन चरित्र से प्रभावित होकर छात्राओं की जागृति की जमकर प्रशंसा की। मौके पर विद्यालय के स्थापना काल के शिक्षक खूब लाल प्रसाद, प्रखंड प्रमुख अंकित यादव, जिला पार्षद राजीव कुमार यादव, पूर्व प्रमुख अयोध्या सिंह, मणियां पंचायत के मुखिया रामदेव सिंह, वैद्य जगनारायण सिंह, शिक्षक बिरेन्द्र सिंह, अधिवक्ता दीनानाथ सिंह आदि प्रबुद्धजनों ने आचार्य के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा उन्हें आज के युग का महामानव बताया। मौके पर भदवर मुखिया कन्हैया महतो, हरिहर सिंह, काशीनाथ सिंह, ललन सिंह, केदार सिंह, अयोध्या सिंह, भिखारी सिंह, कमलेश सिंह, विद्यालय प्रधान ज्ञानचंद, रंजन कुमार, धनजी सिंह, संजय सिंह, शंकर कुमार, इशरत जहां समेत कई अन्य उपस्थित थे।