बक्सर खबर (माउथ मीडिया) । महंगाई बढ़ती जा रही है। लोग बहुत परेशान हैं। रोज आवाज उठ रही है। कोई ध्यान नहीं दे रहा। तेल, गैस सब महंगा हो रहा है। क्या किया जाए। यह बातें मैंने बरबस चर्चा के दौरान बतकुच्चन गुरू से कह दी। वे हंसने लगे। क्या मिडिल क्लास मनई टाइप बतियाते हैं गुरू। अरे यहां गैस पचास बढ़ रहा है तो रो रहे हैं। एजेंसी वाला वेडर का रुपया मार रहा है। व ससुरा नहीं रोता है। काहें की व सब गहकी के लुटता है। अरे गुरू पत्रकार हो, थोड़ा उचां सोचा करो। इस सब मुद्दा नेता टाइप लोगन बदे छोड़ दो। हम तो कहेंगे तोहन सब के उ तरफ ध्यान देवे चाही।
जहां जम के लूटे है सब। कवनो मिला उधर नहीं देखता है न बोलता है। सरकार गांवे-गांवे सड़कियां बना रही है। लुटाई उहां जा के देखो। थड़ क्लास का काम हो रहा है। सब पास हो रहा है। जवना के कुछो नहीं बुझाता है। कहे मतबल इ है, जौन भइस चराता है। उहो कहता है, सड़क खराब बनी है। लेकिन, इंजीनियरिंग पढ़ के जांच बदे बहाल हुआ सब ओकरा ठीक बता रहा है। ठेकेदार रोकड़ा भजा लेता है। यहे हाल नाड़ी जांचे वाला विभाग का है। जाली से जाली डॉक्टर सब अस्पताल चला रहा है। लेकिन, लेनदेन के जमाना में सब जायज है। बड़का में आते ही छोटका में भेज देता है। वहां सब बइठा है लूट लेता है। इहे हाल स्वच्छता का है। सरकार अनघा रुपया दे रही है। काहे कि लोग सड़के पर झाड़ा फिर देता है। देश का बदनामी होता है। लेकिन, ओकरो में सब लूट लेता हैं।
सरकार सफाई ला रुपया खर्चा करती है। ससुरा सब घर के दुआरी पर कूड़ा फेक देता है। इ तीनों में गुरुआ कवनो बोलता नहीं है। काहे की यहां साइलेंट कमाई है। का समझे, कुछ बुझाया। खाकी वाला कुछु करता है तो हल्ला मच जाता है। लेकिन, मास्क पहिने वाला मुंह तोप के पी रहा है। कवनों के पता चल रहा है। जेकरा के देखो बात-बात पर सब कहता है, सरकार चोर है। हम पूछे हैं तो का बाकि सब इमानदार है। विदेश से मनई मंगा के सब कुर्सी पर बइठाया है का। सब इहें का लोग है अउर जोर लगा के पी रहा है। बतकुच्चन गुरू की बातें सुन अब मेरी बारी थी हंसने की। फिर हम दोनों अपने-अपने ठीकाने को लौट चले। नोट- माउथ मीडिया बक्सर खबर का साप्ताहिक व्यंग कॉलम है। जो प्रत्येक शुक्रवार को प्रकाशित होता है। आप अपने सुझाव हमें कमेंट के माध्यम से दे सकते हैं।