-केन्द्रीय जेल को मिला दो रस्सियों के लिए आर्डर
बक्सर खबर। उत्तर प्रदेश की मथुरा जेल में महिला बंदी को फांसी दी जानी है। सात लोगों की हत्या में दोषी पाई गयी शबनम की सजा सर्वोच्च न्यायालय ने बरकरार रखी है। राष्ट्रपति ने भी दया याचिका ठुकरा दी है। इस वजह से फांसी तय मानी जा रही है। देश में मथुरा की जेल ऐसी है। जहां महिला बंदियों के लिए फांसी घर बना है। वहां के जेल अधीक्षक ने बक्सर जेल से फांसी के दो फंदे मंगाए हैं। जिसका पत्र भी जिले की जेल को प्राप्त हो गया है।
केन्द्रीय कारा बक्सर देश की इकलौती जेल है। जहां फांसी के लिए मनीला रस्सी बनायी जाती है। इसका नाम मनीला होने के पीछे एक विशेष कारण है। क्योंकि इसे जिस धागे से बनाया जाता है। उसमें मोम लगा रहता है। ताकि फांसी देते समय फंदा फंसे नहीं। सरकारी दस्तावेजों के अनुसार इसकी कीमत लगभग 1800 रुपये है। जब भी किसी बंदी को फांसी दी जाती है। तो दो रस्सियां एक साथ भेजी जाती हैं।
क्योंकि एक से ट्रालय होता है। फिर आवश्यकता के अनुसार उसी से फांसी दी जाती है, या दूसरे से। जिस शबाना को फांसी दी जानी है। उसने प्रेमी के साथ मिलकर अपने परिवार के साथ लोगों को कुल्हाड़ी से काट दिया था। घटना 14 अप्रैल 2008 को अमरोही के बावनखेडी गांव में हुई थी। उसके प्रेमी सलीम को भी फांसी की सजा हुई है। लेकिन, उसे किस जेल में लटकाया जाएगा। यह सामने नहीं आया है। न ही अभी इनको फांसी दिए जाने की तारीख ही तय हुई है।