-जिन बच्चों के साथ हुई मारपीट उनका मेडिकल भी उपलब्ध
बक्सर खबर। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मदन सिंह ने सोमवार को पत्रकार वार्ता आयोजित की। जिसमें उन्होंने कहा कि आरपीएफ द्वारा समिति पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। 18 जून को चार नाबालिग किशोरों को आरपीएफ ने बाल कल्याण समिति के हवाले किया था। जब उन्हें बालगृह भेजा गया तो उन लोगों ने बताया कि उन्हें दवा की जरूरत है। शरीर में दर्द हो रहा है। क्योंकि हमारे साथ मारपीट हुई है। उन बच्चों का उपचार कराया गया। उसकी मेडिकल रिपोर्ट भी उपलब्ध है। वही रिपोर्ट डीआरएम कार्यालय को भेजी गई थी।
जिसमें बाल अधिकारों की रक्षा हो, विषय को रखा गया था। उसी मामले में जब आरपीएफ पोस्ट बक्सर से जवाब मांगा गया है। तो उसे छिपाने के लिए गलत व पुराने मामलों को आधार बना झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। पूछे जाने पर मदन ने यह स्वीकार किया। तीसरे माह में हम लोग मिले थे। जिसमें एक किशोर वय का नौजवान ऑनलाइन टिकट बुक करने जैसे मामले में पकड़ा गया था। लेकिन, तब हमने न्याय प्रक्रिया में बाधा बनने का कार्य नहीं किया था। मदन सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा यह दावा किया कि एक दिन पहले दो न्यूज साइट ने इससे जुड़ी खबर छापी। लेकिन, हमारा पक्ष नहीं जाना गया। जबकि सच कुछ और है।