बक्सर खबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हर जगह शाखाएं लगाता है। जहां बच्चे, बड़े व प्रौढ़ सभी को व्यक्ति निर्माण की सीख दी जाती है। ऐसे में आज हम चर्चा कर रहे हैं। उस शाखा की जो सबसे पुरानी है। इसे लोग पानी टंकी शखा भी कहते हैं। बक्सर नगर के मध्यम में स्थित शाखा का प्रारंभ 1945 में हुआ था। आज इसकी स्थापना का 73 वर्ष मनाया गया। मौके पर संघ के संस्थापक केशव जी, दूसरे सर संघ चालक गुरू जी, भारत माता और गांधी जी की तस्वीर रख उनके पूजन किए गए। इस शाखा का नाम केशव प्रौढ़ व्यवसायी शाखा है। आज सुबह 6 बजे शाखा का वार्षिकोत्सव मनाया गया। मुख्य शिक्षक व बक्सर जिला के धर्म जागरण समन्वय विभाग के संयोजक नागेंद्र प्रसाद की मौजूदगी में परम पवित्र भगवा ध्वज को लगाया गया। प्रतिदिन शाखा में होने वाले शारीरिक व आसन आदि के बाद बौद्धिक का कार्यक्रम हुआ।
जिसे संबोधित करते हुए बक्सर के नगर कार्यवाह अविनाश कुमार ने संघ की अनवरत चल रही गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संघ का केवल एक ही कार्य है। वह है व्यक्ति निर्माण जो नियमित संघ स्थान के द्वारा हो रहा है। एक घंटे की शाखा मे स्वयंसेवक नि: स्वार्थ भाव से जाति-पाति के भेद भाव से उपर होकर एक साथ कार्यक्रम करते हैं। स्वयंसेवक अनुशासन, समय पालन नेतृत्व करने की क्षमता को विकसित करते है। अगले वक्ता नागेंद्र जी ने शाखा की नींव किस प्रकार पडी। उस पर अपना विचार रखते हुए कहा कि एक कार्यकर्ता बाहर से बक्सर में आए और संघ कार्य प्रारंभ करने हेतु आए। किसी से उनका परिचय नहीं था। रात्रि विश्राम रामरेखा घाट के मचान पर करते वे सुबह व शाम के समय जहां लोगों की भीड़ होती वहां खेलकूद के माध्यम से बक्सर के बहुत से कार्यकर्ता को संपर्क में आए। तभी संघ की नीव पड़ी। कार्यक्रम के अंत में राधेश्याम जी ने प्रार्थना गायी जिसे सभी ने दुहराया। कार्यक्रम में शाखा कार्यवाह नन्दजी केशरी, जिला प्रचार प्रमुख राजेश राघव, जिला के सह जिला व्यवस्था प्रमुख नन्द जी वर्मा, नगर व्यवस्था प्रमुख अनिल जी, प्रदीप दूबे, गुप्तेश्वर जी, अतुल मोहन जी, ओमप्रकाश पवननन्दन जी, भोला जी, मदन जी दुबे, हीरालाल जी, विजय जी , संजय जी समेत अनेकों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
पानी टंकी शाखा में वार्षिकोत्सव मनाते स्वयं सेवक
शाखा में उपस्थित स्वयं सेवक